भाजपा के साथ गठबंधन तोड़ने के बाद जदयू ने आरजेडी के साथ बिहार में नई सरकार बना ली है। इस सरकार में नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री और तेजस्वी यादव ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। इस बीच भाजपा भी अपनी रणनीति बनाने पर काम कर रही है। बता दें कि दिल्ली में अमित शाह की अध्यक्षता में कोर कमेटी की मीटिंग हुई, जिसमें बिहार के सभी सीनियर नेता मैजूद रहे। तीन घंटे चली। इस बैठक में रणनीति बनाई गई कि आने वाले दिनों में किस तरह से जदयू आरजेडी की सरकार को घेरा जाए। वहीं एक टीवी चैनल से बात करेत हुए बिहार भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल ने काह 2014 में नीतीश कुमार के बिना हम लोगों ने 22 सीटें जीती थी। वहीं 2019 में हमने पांच सांसदों की कुर्बानी देकर गठबंधन बचाया था। संजय जायसवाल ने कहा कि 2024 लोकसभा चुनाव में हम बिहार में 35 से अधिक सीटें जीतेगे। अमित शाह ने इसके लिए प्लॉन बना लिया है। उन्होंने कहा पूरा बिहार इससे इस बात से नाराज होता था कि आखिर आप क्यों इस व्यक्ति को ढो रहे हैं। खुद ही इन्होंने जो रास्ता चुना है, उससे भाजपा को आगे बढ़ने में बहुत मदद मिलेगी।
ज्ञात हो कि 16 अगस्त को नीतीश सरकार ने अपनी कैबिनेट का विस्तार किया। इसमें 31 मंत्रियों ने शपथ ली, जिसमें राष्ट्रीय जनता दल ने अपनी मुस्लिम यादव की रणनीति को लागू किया तो वहीं जनता दल यू ने अपने विश्वसनीय ओबीसी-ईबीसी दलित और उच्च जाति के कॉम्बिनेशन का फार्मूला अपनाया। ज्ञात हो कि 31 मंत्रियों में राजद के 16 और जदयू के 11 मंत्री हैं। इसमें पिछली राजद-जदयू सरकार के मंत्री बरकरार रहे। साथ ही दो कांग्रेस के हैं, एक हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) से है और एक निर्दलीय विधायक हैं। ज्ञात हो कि बिहार में मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम समेत अधिकतर ३६ मंत्री हो सकते हैं, जिसमें अभी 33 हो गये हैं।