द न्यूज 15
भागलपुर । काजवलीचक धमाके में अभी तक हुई पुलिस की जांच में पता चला है कि लीलावती और महेंद्र मंडल के यहां बने पटाखे शहर के बड़े पटाखा बिक्रेता खरीदते थे। इस बात की जानकारी पुलिस को मिली है कि रोजाना सुबह चार बजे लीलावती के घर के पास दो टोटो आकर लग जाता था। दोनों में पटाखे के कार्टन लोड होते थे और वह टोटो पटाख विक्रेताओं के यहां पहुंचता था। घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी से भी इस बात के सबूत मिले हैं।
पटाखे खरीदने वाले दुकानदार भी जांच के दायरे में : रोजाना लीलावती के घर से पटाखा लदा टोटो किन-किन पटाखा बिक्रेताओं के यहां पहुंच रहा था, इस बात की जांच पुलिस कर रही है। काजवलीचक में अवैध तरीके से बनाये जा रहे पटाखा खरीदने वाले बड़े पटाखा दुकानदार भी जांच के दायरे में हैं। लीलावती और महेंद्र के घर के मलबे से डक छाप पटाखे का रैपर भी मिला है। उसके अलावा भी अन्य रैपर मिले हैं जिसकी जांच की जा रही है। यह पता लगाया जा रहा है कि उन रैपर लगे पटाखे का पैकेट शहर के किन पटाखा दुकानदार के यहां बेचे जा रहे थे।
मलबे में मिले सामान की जांच से यह भी पता चला है कि लीलावती और महेंद्र शादियों में मिले ऑर्डर पर भी भारी मात्रा में पटाखा सप्लाई किया करते थे। उनके घर से शादी के कुछ कार्ड भी मिले हैं। जिनमें दुल्हा-दुल्हन का नाम लिखा हुआ है। इसके अलावा यह भी जांच में पता चला है कि पहले होने वाली रामलीला आदि में भी होने वाले पटाखा शो में लीलावती और महेंद्र काफी मात्रा में पटाखा सप्लाई करते थे। डीआईजी सुजीत कुमार ने बताया कि लीलावती और महेंद्र कहां कहां पटाखा सप्लाई करते थे, उसकी पूरी जांच की जा रही है।