
घोड़ासहन। राहुल कुमार।
1857 की क्रांति के महानायक बाबू वीर कुंवर सिंह की जयंती समारोह में ढाका विधायक पवन जयसवाल ने कहा कि वीर कुंवर सिंह का शौर्य और बलिदान आज भी युवाओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत है। उन्होंने कहा कि देशभक्ति की भावना और राष्ट्र के लिए बलिदान की सीख बाबू कुंवर सिंह के जीवन से ली जा सकती है।
यह आयोजन क्षत्रिय समाज द्वारा स्थानीय जेएलएनएम कॉलेज में किया गया, जहां विधायक ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि जयंती मनाना मात्र औपचारिकता नहीं, बल्कि महापुरुषों को जीवन में आदर्श बनाने का अवसर है।
उद्घाटन और सम्मान समारोह:
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ, जिसमें विधायक पवन जयसवाल, कॉलेज के प्रचार्य प्रो. पंकज कुमार राय, प्रकाश सिंह काका, धर्मेंद्र विद्रोही, डॉ. नूतन सिंह समेत कई गणमान्य अतिथियों ने हिस्सा लिया।
इसके बाद प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित हुआ, जिसमें मैट्रिक व इंटर में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को मोमेंटो व मेडल प्रदान कर सम्मानित किया गया। उनके अभिभावकों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। साथ ही सेवानिवृत्त कर्मियों को भी अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मान किया गया।
जयंती की गरिमा और प्रेरणा:
प्राचार्य प्रो. पंकज कुमार राय ने कहा कि वीर कुंवर सिंह केवल क्षत्रिय समाज के नहीं, बल्कि पूरे देश के सच्चे राष्ट्रनायक थे। उन्होंने राष्ट्र की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया।
छपरा से आए शिक्षक एवं एमएलसी प्रत्याशी समरेन्द्र बहादुर सिंह ने कहा कि समाज के सभी वर्गों के उत्थान में क्षत्रिय समाज की महत्वपूर्ण भूमिका है।
कार्यक्रम में वीर योद्धाओं की गाथा, 1857 की क्रांति, आज़ादी की पहली आवाज और बाबू कुंवर सिंह की विरासत पर परिचर्चा भी हुई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रकाश सिंह काका और संचालन धर्मेंद्र विद्रोही ने किया।
उपस्थित प्रमुख लोग:
भोला यादव, धीरेन्द्र सिंह, ललन सिंह, विंदेश्वर सिंह, राजेश सिंह, सरोज जयसवाल, बृजमोहन ठाकुर, प्रेमचंद्र प्रसाद, अमित सिंह, नागमणि सिंह समेत सैकड़ों गणमान्य लोग उपस्थित रहे।