बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को जान से मारने की धमकी का ईमेल के द्वारा मिली थी इस पर पुलिस प्रशासन ने एक्शन लेते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने स्विट्ज़रलैंड से घटना को अंजाम देने की प्लानिंग की थी जिसकी वजह से इनकी लोकेशन नहीं मिल पा रही थी जिसके कारण इनको ट्रेस करना आसान नहीं होता लेकिन ईमेल आईडी बनाते समय उपयोग किए गए।
अलटरनेट ईमेल से अहम सुराग मिला यह खुलासा छत्तरपुर पुलिस की जांच के दौरान हुआ हैं। एसपी अमित सांधी ने बताया कि किस तरह 25 वर्षीय आरोपी बिहार के पटना में छुपा हुआ था जहा से पुलिस ने जाल बिछाकर उसे गिरफ्तार किया शुरूआती जांच में लॉरेंस बिश्नोई गैंग से इसके तर जुड़ते नज़र आ रहे थे।
ऐसा बोला जा रहा था की सनातन और बाबा बागेश्वर धाम की बढ़ती लोकप्रियता के कारण पैसे की डिमांड रखी थी, सबसे पहली धमकी 19 अक्टूबर को मिली थी जो कि लॉरेंस बिश्नोई की साइट से संदेश मिला था जिसमे 10 लाख रूपए की मांग की गई थी, जिस पर धीरेंद्र शास्त्री की तरफ से 20 अक्टूबर को केस दर्ज कर लिया था। ईमेल का जवाब न मिलने पर 22 अक्टूबर को दोबारा धमकी मिली सीबीआई और इंटरपोल की मदद से काफी अहम जानकारी सामने आई वही जांच जब आगे बढ़ी तो उससे जुड़े नंबर भी मिले हैं। जिस पर एक्शन लेते हुए आरोपी तक पहुंचे पूछताछ के दौरान पता चला की आरोपी को कंप्यूटर की अच्छी जानकारी थी जिसके कारण ही वह लोग ट्रेस नहीं हो पा रहे थे, पूरे मामले की जानकारी देते हुए एसपी अमित सांधी ने बताया आरोपी का फ़ोन भी जब्त कर लिया हैं। उसका डेटा को भी चैक कर रहे हैं उसके संपर्क कहा कहा हैं इलेक्शन होने की कारण आरोपी को पकड़ने में देरी हो गई वरना
और जल्दी इन सभी आरोपियों की गिरफ़्तारी हो जाती एसपी ने कहा छत्तरपुर का यह पहला मामला हैं जिसमे इंटरपोल की मदद लेनी पड़ी हैं साथ ही उन्होंने यह भी बताया इतना बड़ा नाम इसलिए यूज़ किया गया ताकि धनराशि मिल सके।