Ayushman Bharat Scheme : मुसीबतें हुई कम, सभी पात्र लोग बनवाएं गोल्डन कार्ड : सीएमओ

0
277
Spread the love

Ayushman Bharat Scheme : अब तक दो लाख से ज्यादा बन चुके हैं आयुष्मान कार्ड- डॉ. हंसराज, 15 से 30 सितंबर तक आयुष्मान पखवाड़ा आयोजित होगा

फिरोजाबाद l मोहल्ला महावीर नगर के निवासी निर्दोष कुमार (50) को पांच साल पहले जब पता चला कि वह ब्लड कैंसर की चपेट में आ गए हैं तो उनके परिजनों पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा। एक छोटी सी परचून की दुकान से जीवन यापन करने वाले निर्दोष कुमार के घर में नौ सदस्य हैं। यदि बड़े परिवार के मुखिया को ही गंभीर बीमारी हो जाए तो परिजनों की मुसीबतें बढ़ना स्वभाविक है। पहले तो निर्दोष की जांच और उपचार प्राइवेट अस्पताल में कराया, ग्वालियर में भी उपचार कराया, जिसमें सारी जमा पूंजी चली गई। आर्थिक स्थिति पूरी तरह से बिगड़ने के बाद परिवार के लिए इलाज और घर का खर्च चलाना चुनौतीपूर्ण हो गया था l

निर्दोष की पत्नी नीतू को उनके पड़ोसी ने आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत बनने वाले गोल्डन कार्ड के बारे में बताया। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में आयुष्मान भारत योजना की टीम से संपर्क किया। सूची में अपना नाम देखकर नीतू को बहुत तसल्ली हुई, उन्होंने जरूरी दस्तावेज देकर निर्दोष कुमार व अन्य परिजनों का गोल्डन कार्ड बनवाया। आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी डॉ. हंसराज ने अपनी टीम के साथ निर्दोष कुमार के परिजनों से संपर्क कर उनका उपचार शुरू कराया। निर्दोष का दिल्ली के एम्स अस्पताल से उपचार चल रहा है। उनकी पाँच कीमोथेरेपी भी हो गई हैं और फिलहाल सेहत में सुधार भी है। पत्नी नीतू का कहना है कि दिल्ली एम्स में उनके पति के इलाज का खर्चा आयुष्मान कार्ड से ही हुआ है और अभी इलाज भी चल रहा है। उन्होंने आयुष्मान भारत की टीम को धन्यवाद दिया और कहा कि आयुष्मान कार्ड नहीं होता तो हमारी मुसीबतें और बढ़ जातीं।
सीएमओ डॉ. डी के प्रेमी का कहना है कि आयुष्मान भारत- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना केंद्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है इस योजना की शुरुआत के बाद से जनपद के गरीब व पिछड़े वर्ग के लाखों लोगों को इसका फायदा मिल रहा है। सभी पात्र लोग अपना गोल्डन कार्ड बनवाएं। योजना के नोडल अधिकारी ने कहा कि जनपद में अब तक पात्र लाभार्थियों में लगभग दो लाख से ज्यादा आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं। आयुष्मान कार्ड धारक परिवार को प्रति वर्ष पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलता है।
योजना के सूचना प्रणाली प्रबंधक गौरव शाक्य ने बताया कि अभी तक 6125 से ज्यादा लाभार्थियों ने इस योजना के अंतर्गत लाभ प्राप्त किया है। कई लाभार्थियों ने तो जनपद के बाहर उपचार करा कर लाभ लिया है। योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए प्रत्येक पात्र लाभार्थी के पास आयुष्मान कार्ड होना अनिवार्य है।
योजना के जिला शिकायत निवारण अधिकारी अतुल ने बताया कि आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए आवेदक को सामान्य दस्तावेज और पात्रता की शर्तें पूरी करनी पड़ती हैं। उन्होंने बताया कि 15 से 30 सितंबर तक आयुष्मान पखवाड़ा आयोजित होगा। पखवाड़े में पात्र आयुष्मान कार्ड विहीन परिवारों को निःशुल्क आयुष्मान कार्ड उपलब्ध कराए जाएंगे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here