Ayushman Bharat Scheme : योजना से आबद्ध चिकित्सालय किसी भी लाभार्थी को उपचार देने के मना नहीं कर सकते : सीएमओ, उपचार के मामले में जनपद प्रदेश में दूसरे स्थान पर : डा. अशोक
नोएडा । आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना आज चार साल की हो गयी। योजना की चौथी वर्षगांठ पर सेक्टर 39 स्थित कोविड अस्पताल के दूसरे तल पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें योजना में उत्कृष्ट सेवा प्रदान करने वालों को सम्मानित किया गया। लाभार्थियों को उपचार देने वाले अस्पतालों, आयुष्मान कार्ड बनाने वाले आयुष्मान मित्रों और योजना में सहयोग करने वाले विभिन्न लोगों को प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने योजना के दस लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड प्रदान किये।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. सुनील कुमार शर्मा ने उन निजी अस्पतालों के संचालकों की सराहना की जो योजना में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं, साथ ही उन अस्पताल संचालकों से सहयोग की अपील की जो आयुष्मान भारत योजना से आबद्ध तो हैं पर उपचार के मामले में उतने सक्रिय नहीं हैं, जितना उन्हें होना चाहिए। उन्होंने कहा जो अस्पताल योजना के तहत पंजीकृत हैं वह किसी भी लाभार्थी को उपचार प्रदान करने से इनकार नहीं कर सकते। उन्होंने बताया- योजना में उपचार उपलब्ध कराने के मामले में जनपद गौतमबुद्ध नगर दूसरे स्थान पर है। इसके लिए उन्होंने आयुष्मान भारत की टीम और सक्रिय योगदान देने वाले अस्पतालों को बधाई दी। इसके साथ ही उन्होंने आयुष्मान कार्ड बनाने के मामले में जनपद की उपलब्धि अपेक्षाकृत कम होने पर अफसोस जाहिर किया और आयुष्मान भारत की टीम और इससे जुड़े लोगों से कमियों का आंकलन करते हुए इस ओर ध्यान देने को कहा।
डा. शर्मा ने कहा- आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का दायरा धीरे-धीरे काफी बढ़ गया है। शुरुआत में वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर निर्धारित लोग ही थे, फिर इसमें मुख्यमंत्री जनआरोग्य अभियान को शामिल किया गया। अब अंत्योदय कार्ड धारक, पंजीकृत श्रमिक वर्ग, उज्जवला गैस योजना के लाभार्थी, आशा कार्यकर्ताओं को भी शामिल किया गया है।
कार्यक्रम के मुख्य अथिति भाजपा के जिला महामंत्री धर्मेन्द्र कोरी ने आयुष्मान योजना के तहत उपचार उपलब्ध कराने के मामले में जनपद का प्रदेश में दूसरा स्थान होने पर स्वास्थ्य विभाग एवं सीएमओ को बधाई दी और आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए अपने संगठन की ओर से सहयोग करने का आश्वासन दिया। योजना के नोडल अधिकारी डा. अशोक कुमार ने सीएमओ को आश्वस्त किया कि आयुष्मान कार्ड बनाने के मामले में शीघ्र ही टॉप फाइव में जनपद को स्थान दिलाएंगे। इसके लिए योजनाबद्ध तरीके के काम शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा- सीएमओ के निर्देशन में कैम्प मोड में काम किया जा रहा। इसी का नतीजा है कि एक माह में पांच हजार कार्ड बनाए गये हैं। उन्होंने उपचार में सहयोग देने वाले निजी अस्पतालों की सराहना की। उन्होंने कहा- शासन की मंशा के अनुरूप काम करना है, योजना में सभी सहयोग करें। उन्होंने कहा- योजना में किसी भी तरह की शिथिलता अक्षम्य है। जनपद में 65681 लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। वहीं 24232 लाभार्थियों को उपचार प्रदान किया गया।
योजना के जिला समन्वयक डा. अजय कुमार ने बताया- योजना के तहत सभी तरह की बीमारियों का उपचार किया जाता है। जनपद में सबसे ज्यादा कैंसर, कूल्हे और घुटनो की सर्जरी हुई हैं। जिला कार्यक्रम प्रबंधक मनजीत कुमार ने योजना को वंचित वर्ग के लिए वरदान बताया, वहीं जिला मलेरिया अधिकारी राजेश शर्मा ने सभी निजी अस्पतालों के संचालकों से योजना में सहयोग करने की अपील की। योजना के जिला शिकायत प्रबंधक राकेश ठाकुर ने योजना की विस्तृत जानकारी दी और किसी भी तरह की परेशानी आने पर आयुष्मान भारत की टीम से संपर्क करने की बात कही। कार्यक्रम का संचालन योजना की जिला सूचना प्रणाली प्रबंधक अनामिका चौहान ने किया।
जेवर के स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी नवीन राजौरिया, आयुष्मान मित्र- राजू, अर्चना, सचिन, कुलदीप, एनएस त्रिपाठी, मोहन स्वरूप अस्पताल के संचालक वरूण नागर एवं निजी अस्पताल के संचालक डा. तकी को सम्मानित किया गया।