अरविन्द केजरीवाल के गिरफ़्तारी के बाद से माहौल बदलने लगा था। जिसके बाद उनके पार्टी कार्यालय और घर पर भीड़ लगना चालू हो गया था। उनके
सभी समर्थको के साथ उनके काफी मंत्री भी विरोध प्रदर्शन कर रहे थे जिसमे उनका प्लान बीजेपी कार्यालय को घेराव करने का भी था जिसमे पुलिस ने उनके सभी कार्येकर्ता को बस में बैठा कर गिरफ्तार कर रहे थे और धारा 144 भी लागू कर दी थी जिसमे उनके पार्टी के कुछ मंत्री को भी गिरफ्तार कर लिया गया था। जिसके बाद दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भारतीय जनता पार्टी और केंद्र सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि दिल्ली आबकारी नीति मामले में ईडी ने एक भी सबूत अभी तक पेश नहीं किया. जिस शरत के बयान पर सीएम अरविंद केजरीवाल की ईडी ने गिरफ्तारी की, उसने बीजेपी को चंदे दिए. सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर आतिशी का दावा है कि केवल एक व्यक्ति अरविंदों फार्मा के शरत के कहने पर दिल्ली के सीएम को गिरफ्तार किया गया.इससे पहले शुक्रवार को मंत्री आतिशी ने सीएम अरविंद केजरीवाल की ईडी गिरफ्तारी के बाद कहा था कि, “दिल्ली सरकार पहले भी चल रही थी, और चलती रहेगी. अरविंद केजरीवाल दिल्ली के सीएम थे, दिल्ली के सीएम हैं और दिल्ली के सीएम रहेंगे. किसी भी संवैधानिक प्रावधान के लिए उन्हें इस्तीफा देने की आवश्यकता नहीं है. पूरा मंत्रिमंडल बरकरार है. प्रत्येक विभाग बरकरार है. आप सरकार कुशलतापूर्वक काम कर रही है.” दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की गिरफ्तारी के खिलाफ आम आदमी पार्टी (AAP) का विरोध प्रदर्शन दिल्ली में दूसरे दिन भी जारी है वही उनके मंत्री सौरभ भारद्वाज ने शनिवार को बीजेपी पर अरविंदो फार्मा और उसकी सहायक कंपनी से 55 करोड़ रुपये चंदा लेने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जब तक उन्होंने चंदा नहीं दिए, तब तक ईडी ने उन्हें जेल में रखा. चंदा देते ही शरत चंद्र को पहले जमानत मिली और उसके बाद वो सरकारी गवाह बन गया. उसी के बयान के आधार पर ईडी ने सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की है. इसका पर्दाफाश 21 मार्च को हो गया. और बात करे तोदिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ आम आदमी पार्टी का विरोध प्रदर्शन दूसरे दिन भी जारी है. शनिवार को भी शहीद पार्क में आप के नेता और कार्यकर्ता प्रदर्शन करेंगे और बीजेपी के शीर्ष नेताओं का पुतला जलाएंगे. दिल्ली आबकारी नीति मामले में ईडी की ओर से नौ समन जारी होने के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल का पूछताछ में शामिल न होने के बाद जांच एजेंसी ने गुरुवार देर शाम को उनके आवास पर 10वां समन लेकर पहुंची. ईडी ने सीएम से कई घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया और ईडी मुख्यालय ले आई. शुक्रवार को ईडी ने दिल्ली के सीएम को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया.