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जेल जाने को भी भुनाने की फ़िराक में अरविन्द केजरीवाल 

ऐसा क्या रास्ता चुन लिया है दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने जिसके लिए उन्हें जेल जाना पड़ेगा। यदि राजनीति की बात है तो फिर दूसरे नेता भी तो राजनीति कर रहे हैं। यदि सरकार के विरोध की बात है तो फिर केजरीवाल से ज्यादा मुखर तो पीएम मोदी पर राहुल गांधी रहते हैं। अरविन्द केजरीवाल तो आम आदमी पार्टी की राजनीति करने आये थे।
दरअसल दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने नये साल की शुरुआत से ठीक पहले कहा कि उनकी पार्टी ने अपनी ‘कार्य-केंद्रित राजनीति’ के लिए लोकप्रियता हासिल की है। हमने जनता की भलाई के लिए जो रास्ता चुना है, उस पर आगे बढ़ने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को जेल जाने के लिए तैयार रहना चाहिए।

सीएम अरविंद केजरीवाल ने रविवार को आयोजित पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और 12वीं राष्ट्रीय परिषद की बैठक की वीडियो कांफ्रेंस के जरिये अध्यक्षता करते हुए कहा कि पिछले 10 वर्षों में आम आदमी पार्टी 1,350 राजनीतिक दलों के बीच तीसरे स्थान पर पहुंच गई है. उन्होंने कहा कि अगर हम सफल नहीं होते और कुछ अच्छा नहीं करते तो हमारी पार्टी का कोई भी नेता जेल नहीं जाता और आज हर कोई अपने परिवार के साथ खुश होता।

NC की बैठक में दिल्ली के सीएम का बयान

सीएम अरविंद केजरीवाल का बयान काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन मामले में तीन जनवरी को पेश होने के लिए समन जारी किया है। उन्होंने पार्टी की नेशनल काउंसिल (NC) की बैठक के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों को अच्छी शिक्षा दोगे तो जेल जाना पड़ेगा। गरीबों को मुफ्त इलाज दोगे तो जेल जाना पड़ेगा। हमने जनता की भलाई के लिए जो रास्ता चुना है, उसके लिए हमें जेल जाना होगा।

इसलिए भगवंत मान की तारीफ की

आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय परिषद की बैठक में दिल्ली के सीएम ने इस बात पर जोर दिया कि आप ने देश को चुनावी राजनीति में एक व्यवहार्य विकल्प दिया है। अपनी कार्य-केंद्रित राजनीति के लिए लोकप्रियता हासिल की है। उन्होंने पंजाब में सरकार के बेहतर कामकाज और विकास पर जोर देने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की भी प्रशंसा की।

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