द न्यूज 15
नई दिल्ली | दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को ऐलान किया कि छात्रों को सशस्त्र बलों में सेवाओं के लिए तैयार करने के लिए दिल्ली सरकार के आगामी ‘आर्म्ड फोर्सेज प्रीपेरेटरी स्कूल’ (Armed Forces Preparatory School) का नाम स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह के नाम पर रखा जाएगा। यह स्कूल झाड़ौदा कलां में आधुनिक सुविधाओं के साथ 14 एकड़ भूभाग में बनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली सरकार के ‘आर्म्ड फोर्सेज प्रीपेरेटरी स्कूल’ में नौवीं और 11वीं कक्षा की 200 सीटों पर दाखिले के लिए 18,000 आवेदन मिले हैं।
मुख्यमंत्री ने भगत सिंह की पुण्यतिथि से एक दिन पहले ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 23 मार्च (1931) को ही शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी दी गई थी। उन्होंने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा, 20 दिसंबर 2021 को हमने घोषणा की थी कि दिल्ली में ऐसा स्कूल होगा जहां फौज और सशस्त्र सेनाओं के लिए छात्रों को तैयार किया जाएगा। स्कूल का नाम शहीद भगत सिंह आर्म्ड फोर्सेज प्रीपेरेटरी स्कूल (Shaheed Bhagat Singh Armed Forces Preparatory School) रखा जाएगा।
दिल्ली में रहने वाला कोई भी छात्र इस स्कूल में कक्षा 9वीं और 11वीं में प्रवेश ले सकता है। दोनों वर्गों में 100-100 सीटें होंगी। इस साल कक्षाएं शुरू होंगी और हमें इसके लिए 18,000 आवेदन प्राप्त हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक आवासीय स्कूल होगा और छात्रों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्कूल में नौंवी और 11वीं कक्षाओं में छात्रों के दाखिले होंगे। प्रत्येक कक्षा के लिए 100 सीटें होंगी। हमें 200 सीटों के लिए 18,000 आवेदन मिल चुके हैं। केजरीवाल ने बताया कि नौवीं कक्षा में दाखिले के लिए 27 मार्च को योग्यता परीक्षा (Aptitude Test) होगी। अगले दिन 11वीं कक्षा के लिए परीक्षा होगी। दूसरे चरण में साक्षात्कार होंगे। उन्होंने कहा कि सेना के रिटायर्ड अधिकारी, नौसेना और वायु सेना के अधिकारी छात्रों को पढ़ाएंगे।