महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के “उमंग” एप पर लाभार्थी कर सकते हैं सेल्फ रजिस्ट्रेशन
द न्यूज 15
नोएडा । सरकार की ओर से महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य देखभाल के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रहीं हैं, जसके तहत उन्हें आर्थिक लाभ दिया जाता है । इसका लाभ सुलभ तरीके से उन तक पहुंच सके, इसके लिए सरकार लगातार प्रयासरत है। इसी कड़ी में केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से एक एप “उमंग” जारी किया गया है। इस एप के माध्यम से प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) का सेल्फ रजिस्ट्रेशन कर योजना का लाभ लिया जा सकता है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील कुमार शर्मा ने बताया- “उमंग” एप के माध्यम से न केवल प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना बल्कि स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत चल रही आयुष्मान भारत योजना का लाभ लेने के लिए सेल्फ रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है।
योजना के नोडल अधिकारी डा. भारत भूषण ने बताया- “उमंग” एप पर प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, आयुष्मान भारत योजना सहित भारत सरकार की कई योजनाओं का लाभ लिया जा सकता है। इस एप पर फिलहाल 19 राज्यों के 76 विभागों की 380 सेवाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से जारी https://web.umang.gov.in/uaw/ i/v/ref एप के माध्यम से प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का सेल्फ रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। उसके लिए लाभार्थी को मात्र अपने मोबाइल पर एप डाउनलोड करना होगा। “उमंग” एप पर फ्लैगशिप स्कीम पर जाकर पीएमएमवीवाई का विकल्प चुनना है। इसके अलावा “उमंग” एप पर सीधे पीएमएमवीवाई को सर्च कर सेल्फ रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है ।
पीएमएमवीवाई के जिला कार्यक्रम समन्वयक पारस गुप्ता ने बताया- योजना के तहत जनवरी 2017 से अब तक पहली बार माँ बनने वाली महिलाओं को 16.49 करोड़ रुपये का भुगतान लाभार्थियों को किया जा चुका है । वर्तमान वित्तीय वर्ष में 1.94 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। उन्होंने बताया- अब तक के निर्धारित लक्ष्य 45288 के सापेक्ष 39703 गर्भवती/धात्री महिलाओं को लाभ दिया जा चुका है। इस तरह यह 88 प्रतिशत उपलब्धि है।
भंगेल निवासी बीना त्रिपाठी प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ ले चुकी हैं। उन्होंने पहली बार गर्भवती होने पर इस योजना का लाभ लिया। सभी प्रक्रिया पूरी करने के पश्चात उन्हें योजना के तहत मिलने वाली पांच हजार रुपये की राशि तीन किस्तों में मिली। उन्होंने कहा – यह सरकार की बहुत अच्छी योजना है।
सूरजपुर निवासी नारायणी देवी को भी प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ मिल चुका है। उन्हें पहली बार मां बनने पर तीन किस्तों में पांच हजार रुपये विभाग से मिले। उन्होंने कहा – गर्भवती के लिए यह बहुत अच्छी योजना है। इस योजना के तहत मिलने वाली धनराशि से महिला अपनी जरूरत के हिसाब से पौष्टिक भोजन का प्रबंध कर सकती है। गर्भकाल में पौष्टिक तत्व मिलना बहुत जरूरी होता है, इससे मां-बच्चे दोनों की सेहत अच्छी रहती है।
पहली बार गर्भवती होने पर तीन किस्तों में मिलते हैं पांच हजार रुपये
योजना के तहत पहली बार गर्भवती (मां बनने) होने पर महिला को तीन किस्तों में पांच हजार रुपयेदिए जाते हैं, प्रसव चाहे सरकारी या निजी अस्पताल में कराया गया हो। पंजीकरण के लिए माता-पिता का आधार कार्ड, मां की बैंक पासबुक की फोटो कापी जरूरी है। मां का बैंक अकाउंट ज्वाइंट नहीं होना चाहिये। निजी अकाउंट ही मान्य होगा। यदि बच्चे का जन्म हो चुका है तो मां और बच्चे दोनों के टीकाकरण का प्रमाणिक पर्चा होना जरूरी है। उन्होंने बताया- पंजीकरण कराने के साथ ही गर्भवती को प्रथम किस्त के रूप में 1000 रुपये दिए जाते हैं। प्रसव पूर्व कम से कम एक जाँच होने पर दूसरी किस्त के रूप में (गर्भावस्था के छह माह बाद) 2000 रुपये और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर तीसरी किस्त के रूप में 2000 रुपये दिए जाते हैं। यह सभी भुगतान गर्भवती के बैंक खाते में ही किये जाते हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील कुमार शर्मा ने बताया- “उमंग” एप के माध्यम से न केवल प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना बल्कि स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत चल रही आयुष्मान भारत योजना का लाभ लेने के लिए सेल्फ रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है।
योजना के नोडल अधिकारी डा. भारत भूषण ने बताया- “उमंग” एप पर प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, आयुष्मान भारत योजना सहित भारत सरकार की कई योजनाओं का लाभ लिया जा सकता है। इस एप पर फिलहाल 19 राज्यों के 76 विभागों की 380 सेवाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से जारी https://web.umang.gov.in/uaw/
पीएमएमवीवाई के जिला कार्यक्रम समन्वयक पारस गुप्ता ने बताया- योजना के तहत जनवरी 2017 से अब तक पहली बार माँ बनने वाली महिलाओं को 16.49 करोड़ रुपये का भुगतान लाभार्थियों को किया जा चुका है । वर्तमान वित्तीय वर्ष में 1.94 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। उन्होंने बताया- अब तक के निर्धारित लक्ष्य 45288 के सापेक्ष 39703 गर्भवती/धात्री महिलाओं को लाभ दिया जा चुका है। इस तरह यह 88 प्रतिशत उपलब्धि है।
भंगेल निवासी बीना त्रिपाठी प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ ले चुकी हैं। उन्होंने पहली बार गर्भवती होने पर इस योजना का लाभ लिया। सभी प्रक्रिया पूरी करने के पश्चात उन्हें योजना के तहत मिलने वाली पांच हजार रुपये की राशि तीन किस्तों में मिली। उन्होंने कहा – यह सरकार की बहुत अच्छी योजना है।
सूरजपुर निवासी नारायणी देवी को भी प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ मिल चुका है। उन्हें पहली बार मां बनने पर तीन किस्तों में पांच हजार रुपये विभाग से मिले। उन्होंने कहा – गर्भवती के लिए यह बहुत अच्छी योजना है। इस योजना के तहत मिलने वाली धनराशि से महिला अपनी जरूरत के हिसाब से पौष्टिक भोजन का प्रबंध कर सकती है। गर्भकाल में पौष्टिक तत्व मिलना बहुत जरूरी होता है, इससे मां-बच्चे दोनों की सेहत अच्छी रहती है।
पहली बार गर्भवती होने पर तीन किस्तों में मिलते हैं पांच हजार रुपये
योजना के तहत पहली बार गर्भवती (मां बनने) होने पर महिला को तीन किस्तों में पांच हजार रुपयेदिए जाते हैं, प्रसव चाहे सरकारी या निजी अस्पताल में कराया गया हो। पंजीकरण के लिए माता-पिता का आधार कार्ड, मां की बैंक पासबुक की फोटो कापी जरूरी है। मां का बैंक अकाउंट ज्वाइंट नहीं होना चाहिये। निजी अकाउंट ही मान्य होगा। यदि बच्चे का जन्म हो चुका है तो मां और बच्चे दोनों के टीकाकरण का प्रमाणिक पर्चा होना जरूरी है। उन्होंने बताया- पंजीकरण कराने के साथ ही गर्भवती को प्रथम किस्त के रूप में 1000 रुपये दिए जाते हैं। प्रसव पूर्व कम से कम एक जाँच होने पर दूसरी किस्त के रूप में (गर्भावस्था के छह माह बाद) 2000 रुपये और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर तीसरी किस्त के रूप में 2000 रुपये दिए जाते हैं। यह सभी भुगतान गर्भवती के बैंक खाते में ही किये जाते हैं।