केंद्रीय मंत्री ने सपा प्रमुख पर तंज कसा तो सोशल मीडिया यूजर्स ने अपनी प्रतिक्रिया दी
द न्यूज 15
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने आरोप लगाया कि बीजेपी (BJP) के इशारे पर अफसर मतगणना में धांधली करने की साजिश रच रहे हैं। वाराणसी में ईवीएम के फेरबदल और बरेली में कूड़े की गाड़ी में मिले बैलट पेपर को लेकर भी समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के कार्यकर्ताओं ने हंगामा काटा। सपा प्रमुख के आरोपों को लेकर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने तंज कसा है।
केंद्रीय मंत्री ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव के आखिरी दौर में मैंने कह दिया था कि अखिलेश जिस नई हवा है, नई सपा है कि बात करते हैं। जनता 10 मार्च का इंतजार करें, ये वही हवा है, वही सपा है.. जिनसे जनता खफा है.. मन बना लिया है कि इनको करना दफा है। 10 मार्च को अखिलेश यादव कहेंगे कि ईवीएम बहुत बेवफा है।
उन्होंने आगे कहा कि अखिलेश यादव ने 10 मार्च का इंतजार भी नहीं किया और कहने लगे कि ईवीएम बेवफा हैं। अनुराग ठाकुर ने समाजवादी पार्टी पर आरोप लगाया कि ये लोग दंगाइयों, अपराधियों और आतंकवादियों को शरण देते हैं। इसके साथ अनुराग ठाकुर ने कहा कि अखिलेश यादव के आतंकी, गुंडे, माफिया और भ्रष्टाचार यार हैं। जो इनसे पूरी तरह चिपकते हैं। मोदी सरकार की योजनाओं का जिक्र कर अनुराग ठाकुर ने कहा कि यूपी में मोदी और योगी फैक्टर ने काम किया है।
अनुराग ठाकुर के बयान पर सोशल मीडिया यूजर्स की प्रतिक्रिया : अनुराग ठाकुर के बयान पर कुछ यूजर्स ने उनका समर्थन किया है तो वहीं कुछ लोगों ने उन पर तंज कसते हुए कमेंट किया है। मुकेश कुमार नाम के एक यूजर ने लिखा कि जो लोग धार्मिक भावनाओं को भड़काते हुए नारा लगाते हैं, वो दूसरों को गुंडा बता रहे हैं। संतोष नाम के टि्वटर हैंडल से लिखा गया – यूपी में अखिलेश हार के डर से इतना बौखला गए हैं कि अब झूठ बोलने पर उतारू हो गए हैं।
विवेक सिंह ने लिखा, ” कोई वाजिब कारण बताइए। जिससे ईवीएम पर प्रश्नचिन्ह ना उठाया जा सके, लोकतंत्र की हत्या पर उतारू हो गए हैं आप लोग।” कुशल यादव लिखते हैं कि फिर वाराणसी, बरेली और सोनभद्र में ईवीएम ऐसे क्यों पड़ी मिली? भारत के लोकतंत्र को तुम जैसे मंत्री ही नीचे धकेल रहे हैं। प्रदुम सिंह ने लिखा – अभी तो ईवीएम हैक करने की बात कर रहे हैं और फिर कहेंगे कि वोटों की गिनती गलत की गई है। एग्जाम में फेल होने के बाद हर कोई ऐसे ही बहाने बताता है।