कन्नौज से अखिलेश यादव तेज प्रताप को लड़ाएंगे चुनाव !

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अखिलेश यादव ने कहा है कि मैं कन्नौज को नहीं छोडूंगा, जब वह खुद वोट मांग रहे हैं तो समझ जाइये, कन्नौज से कौन चुनाव लड़ेगा

 

द न्यूज 15 ब्यूरो 

नई दिल्ली। पहले चरण के मतदान के एक दिन पहले सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कन्नौज सीट को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कन्नौज सीट पर बहुत जल्द नामांकन होगा। अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि मैं कन्नौज को नहीं छोडूंगा। अपने चुनाव लड़ने के बारे में उन्होंने कहा कि जब वह खुद वोट मांग रहे हैं तो समझ जाइये, कन्नौज से कौन चुनाव लड़ेगा। मतलब वह भले ही कन्नौज से चुनाव न लड़ें पर उनके परिवार का कोई सदस्य चुनाव ज़रूर लड़ेगा। देखने की बात यह है कि अखिलेश यादव दोबारा लोकसभा में पहुंचने की गलती नहीं करेंगे। क्योंकि उनके लोकसभा में पहुंचते ही योगी आदित्यनाथ के लिए खुला मैदान रह जाता है।ऐसे में अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश में रहकर अपनी सरकार बनाने के लिए संघर्ष करना चाहेंगे।

ऐसे में प्रश्न उठता है कि जब अखिलेश यादव खुद तो कन्नौज से चुनाव लड़ेंगे नहीं और उनकी पत्नी डिंपल यादव मैनपुरी से चुनाव लड़ रही हैं। धर्मेंद्र यादव आजमगढ़ से तो रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव फिरोजाबाद से चुनावी मैदान में हैं। शिवपाल यादव के बेटे आदित्य यादव बदायूं से चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में यादव परिवार से दो लोग ही बचते हैं जो चुनाव लड़ सकते हैं। एक शिवपाल यादव और दूसरे तेज प्रताप।
शिवपाल यादव को अखिलेश यादव टिकट देंगे नहीं, क्योंकि उनके बेटे आदित्य यादव को उन्होंने फिरोजाबाद से टिकट दे दिया है। हां तेजप्रताप यादव को कन्नौज से चुनाव लड़ाया जा सकता है। वैसे भी इस बार वह टिकट मांग रहे हैं। उनके ससुर लालू प्रसाद यादव का भी अखिलेश यादव पर तेजप्रताप यादव को टिकट देने का दबाव है। वैसे अखिलेश यादव तेज प्रताप को आजमगढ़ से चुनाव लड़ाना चाहते थे। रामपुर से तेजप्रताप के चुनाव लड़ने की चर्चा चलते ही आजम खान के समर्थकों ने उनका विरोध कर दिया। हालांकि मामले को मैनेज करते हुए वह विरोध जिला प्रशासन का बताया गया था।  अखिलेश यादव ने यह भी कहा यही कि पहले चरण में ही जनता बीजेपी के खिलाफ वोट करने जा रही है। जनता ने इनके झूठे वादे देखे हैं और इसका देने जारी है. उन्होंने दावा किया कि पीडीए एनडीए को पलट देगा।

अखिलेश यादव ने कहा है कि इस सरकार में अन्याय बढ़ा है। इसलिए बीजेपी का सफाया कोई रोक नहीं सकता। जनता उत्तर प्रदेश के साथ ही देश में इनका सफाया करने जा रही है।  गाजियाबाद से लेकर गाजीपुर तक इस बार बीजेपी को हार का सामना करना पड़ेगा। इलेक्टोरल बॉन्ड के मुद्दे पर घेरते हुए कहा कि चंदे के नाम पर भर-भरकर पैसा लिया है।
कन्नौज सीट को लेकर ऐलान के साथ ही उन्होंने मैनपुरी सीट पर पार्टी प्रत्याशी और पत्नी डिंपल यादव की बड़ी जीत का दावा भी किया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि मैनपुरी वालों का हर एक वोट माननीय नेता जी की याद में समर्पित एक श्रद्धा-सुमन होगा। ये चुनाव जीत का ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाएगा।

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