प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ही नहीं विदेशों में सनातन का डंका बज रहा है। जिन मुस्लिम देशों में मंदिर बनाने की कोई कल्पना नहीं कर पाता था आज उन्हीं देशों में मंदिर बन रहे हैं। वही 22 जनवरी, 2024 को भारत में राम नागरी अयोध्या में राम मंदिर का pm नरेंद्र मोदी ने उदघाटन किया उसके बाद हाल ही में 14 फरवरी को United Arab Emirates यानि UAE में BAPS का भव्य-दिव्य मंदिर का उदघाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। अब इसके बाद एक और मुस्लिम देश बहरीन में मंदिर बनने जा रहा है। इससे पहले अमेरिका के न्यूजर्सी में स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर का उद्घाटन 8 अक्टूबर 2023 को किया गया। भारत के बाहर बना ये दुनिया के सबसे बड़े हिंदू मंदिरों में एक है। ऐसा तब संभव होता है जब देश का नेतृत्व करने वाला नेता प्रखर राष्ट्रभक्त हो और अपनी संस्कृति के प्रति गर्व महसूस करता हो। 10 साल पहले कांग्रेस की मनमोहन सरकार कहती थी कि यदि हम राम मंदिर की बात करेंगे तो अरब के देश हमें तेल देना बंद कर देंगे। आज उन्हीं देशों में मंदिर बन रहे हैं और शेख लोग खुद नाच नाच कर भगवान की परिक्रमा कर रहे हैं। यह सब पीएम मोदी के दूरदर्शी विजन से संभव हो रहा है।
बहरीन में भी BAPS मंदिर का निर्माण करेगी. इसके लिए जमीन आवंटित हो चुकी है और इस मंदिर को बनाने के लिए सारी formalities भी पूरी हो चुकी हैं. ऐसे में जल्द ही मंदिर के contruction का काम शुरू हो सकता है. बहरीन में बनने वाला मंदिर भी अबूधाबी के मंदिर की तरह भव्य होगा. इस मंदिर का निर्माण भी बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था यानि BAPS करेगी, जिसने अबूधाबी में मंदिर बनाया है. अबूधाबी में बने मंदिर की क़ीमत 700 करोड़ रुपये है और बहरीन में मंदिर निर्माण में काफी खर्च होने वाला है. BAPS के प्रतिनिधिमंडल ने बहरीन के क्राउन प्रिंस सलमान बिन हमद अल खलीफा के साथ बैठक भी की है.
स्वामी अक्षरातीतदास, डॉ. प्रफुल्ल वैद्य, रमेश पाटीदार और महेश देवजी के प्रतिनिधिमंडल ने क्राउन प्रिंस के साथ मुलाकात के बाद कहा कि स्वामीनारायण हिंदू मंदिर के निर्माण का उद्देश्य सभी धर्मों के लोगों का स्वागत करना, अलग-अलग संस्कृतियों और आध्यात्मिक कार्यों के लिए जगह प्रदान करना है. BAPS के महंत गुरु स्वामी महाराज ने बहरीन में मंदिर निर्माण की अनुमति मिलने के बाद वहां के क्राउन प्रिंस सलमान बिन हमद अल खलीफा और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आभार जताया. उन्होंने कहा कि यह फैसला दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों और धार्मिक सद्भाव के विश्वास को दर्शाता है. इसके साथ ही उन्होंने मंदिर के जल्दी निर्माण के लिए प्रार्थना भी की. ताकि लाखों लोगों को शांति मिल सके. इससे पहले भारतीय मूल के निवासियों ने कहा था कि UAE में मंदिर मोदी जी की वजह से ही बना. एक इस्लामिक देश में जहां मूर्ति पूजा हराम मानी जाती है, वहां भी मोदी जी की वजह से इतना भव्य मंदिर बन पा रहा है.