अडानी ने एसईसीआई के साथ दुनिया के सबसे बड़े ग्रीन पीपीए पर हस्ताक्षर किए

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ग्रीन पीपीए पर हस्ताक्षर किए
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नई दिल्ली| अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) ने 4,667 मेगावाट हरित ऊर्जा (ग्रीन पावर) की आपूर्ति के लिए भारतीय सौर ऊर्जा निगम (एसईसीआई) के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।

दुनिया की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा विकासकर्ता और विविध अदाणी समूह की अक्षय ऊर्जा शाखा एजीईएल की ओर से यह विश्व में हरित विद्युत क्षेत्र में अब तक का सबसे बड़ा खरीद समझौता (पीपीए) है।

अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी ने कहा, “हमें एसईसीआई के साथ दुनिया के सबसे बड़े पीपीए पर हस्ताक्षर करने की खुशी है।”

समझौते पर टिप्पणी करते हुए अडानी ने आगे कहा, “यह भारत की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता में तेजी लाने के साथ-साथ आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम के तहत घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के भारत के दोहरे उद्देश्य को सक्षम करने की हमारी यात्रा में एक और कदम है। सीओपी 26 की कार्यवाही के बाद, यह तेजी से स्पष्ट हो रहा है कि दुनिया जिस रफ्तार से कम कार्बन उत्सर्जन वाली अर्थव्यवस्था की तरफ बढ़ रही थी, उसे उससे तेजी से इस ओर बढ़ना है।”

उन्होंने आगे कहा, “यही कारण है कि अडानी समूह ने अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में 50-70 अरब डॉलर का निवेश किया है। यह समझौता हमें 2030 तक दुनिया का सबसे बड़ा नवीकरणीय दिग्गज बनने की हमारी प्रतिबद्धता के लिए अच्छी तरह से ट्रैक पर रखता है।”

4,667 मेगावाट की आपूर्ति के लिए एजीईएल-एसईसीआई समझौता जून 2020 में एसईसीआई द्वारा एजीईएल को दिए गए 8,000 मेगावाट के विनिर्माण से जुड़े सौर निविदा का हिस्सा है, जिसने दुनिया की सबसे बड़ी सौर विकास निविदा (सोलर डेवलपमेंट टेंडर) होने का रिकॉर्ड बनाया है।

अब तक, एजीईएल ने 2020 में प्रदान की गई 8,000 मेगावाट में से 6000 मेगावाट की कुल उत्पादन क्षमता के लिए एसईसीआई के साथ पीपीए पर हस्ताक्षर किए हैं।

एजीईएल को अगले दो से तीन महीनों में शेष 2000 मेगावाट पीपीए पर भी काम किए जाने की उम्मीद है।

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