AAP की पंजाब इकाई ने डिप्टी CM पद के लिए दूसरी बार चुनाव जीतने वाले 3 MLAs के नाम किए आगे

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अगर नामित CM भगवंत मान कोई डिप्टी नियुक्त नहीं करने का फैसला करते हैं, तो हरपाल सिंह चीमा, कुलतार सिंह संधवान, और अमन अरोड़ा वित्त, गृह, और स्थानीय निकायों जैसे मलाईदार विभागों के उम्मीदवार हैं.

द न्यूज 15 

नई दिल्ली।   विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार आदमी पार्टी (आप), जिसने पंजाब असेम्बली चुनावों में ज़बर्दस्त जीत हासिल करते हुए 117 सीटों में से 92 पर कब्ज़ा किया, उसके विधायक और जिलास्तरीय पदाधिकारी उप-मुख्यमंत्री पद के लिए तीन नाम आगे बढ़ा रहे हैं- हरपाल सिंह चीमा, कुलतार सिंह संधवान और अमन अरोड़ा। ये तीनों ही दूसरी बार विधायक के तौर पर चुने गए हैं।  इस बार, आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चुनाव से पहले पार्टी के डिप्टी सीएम चेहरे को लेकर कोई ऐलान नहीं किया था।  2017 के असेम्बली चुनावों से पहले उन्होंने घोषणा की थी कि अगर आप सत्ता में आती है तो उसका डिप्टी सीएम चेहरा कोई दलित होगा। पार्टी ने 20 सीटें जीतीं और प्रमुख विपक्षी दल बन गई।  2018 में जब भारी अंदरूनी कलह के बीच सुखपाल खैरा ने बग़ावत की, तो पार्टी ने दलित चेहरे हरपाल सिंह चीमा को नेता प्रतिपक्ष नियुक्त कर दिया।

पंजाब के वरिष्ठ आप नेता ने बताया कि इस बात की भी संभावना है कि नामित-सीएम भगवंत मान कोई डिप्टी नियुक्त न करने का फैसला कर लें। ऐसी स्थिति में हरपाल सिंह चीमा, कुलतार सिंह संधवान और अमन अरोड़ा वित्त, गृह और स्थानीय निकायों जैसे, सर्वाधिक मांगे जाने वाले मलाईदार विभागों के शीर्ष दावेदार बन जाते हैं। रविवार को, केजरीवाल अमृसर में थे जहां वो मान के साथ एक रेडियो शो को संबोधित कर रहे थे। वरिष्ठ पार्टी नेताओं ने बताया कि रोड शो के बाद दोनों नेताओं को कैबिनेट के गठन पर विचार करना था। उन्होंने आगे कहा कि मान को 16 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेनी है, और उस समय तक मंत्रिमंडल के नामों की घोषणा कर दी जाएगी।  शुक्रवार को मोहाली में सभी विधायकों को संबोधित करते हुए मान ने कहा था कि पंजाब मंत्रिमंडल में सीएम को छोड़कर 17 मंत्रियों के लिए जगह होती है। इन अटकलों के बीच कि दिल्ली से केजरावाल अंतिम फैसले लेंगे, शुक्रवार को विधायकों के साथ बैठक के बाद, पार्टी के पंजाब सह-प्रभारी राघव चड्ढा ने मीडिया से कहा था, ‘ये भगवंत मान की सरकार है। वो तय करेंगे कि मंत्रियों के तौर पर कौन शपथ लेगा’  दिरबा चुनाव क्षेत्र से निर्वाचित विधायक चीमा, पंजाब विधान सभा में पूर्व- नेता प्रतिपक्ष हैं. वो एक जाना-माना दलित चेहरा भी हैं, और कई पार्टी पदाधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल और मान के साथ, वो हर जगह पार्टी के पोस्टरों में नज़र आते थे। उनकी संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर, चीमा ने मीडिया से कहा: ‘मैं हमेशा से एक ऐसा योद्धा रहा हूं, जिसने पार्टी के लिए हर लड़ाई मोर्चे पर आगे रहकर लड़ी है. मुझे विश्वास है कि लोगों को मुझ पर भरोसा है, और इसीलिए उन्होंने मुझे दोबारा चुनकर भेजा है. अंतिम निर्णय पार्टी आलाकमान द्वारा लिया जाएगा। कोटकापुरा विधायक कुलतार सिंह संधवान भी पंजाब में आम का एक प्रमुख चेहरा हैं, और एक दूसरे वरिष्ठ नेता ने बताया, कि संधवान का फरीदकोट, बठिंडा और मोगा जिलों में अच्छा प्रभाव है। इस बीच, सुनाम विधायक अमन अरोड़ा भी पार्टी का एक प्रमुख हिंदू चेहरा हैं, जिन्हें मान का क़रीबी माना जाता है. 2018 में, जब केजरीवाल के शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया पर, ड्रग व्यापार में लिप्त होने का आरोप लगाने के बाद उनसे माफी मांगने पर मान ने पार्टी के पंजाब अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया, तो अमन ने भी आप को छोड़ दिया था। केजरीवाल के इस मामले में दख़ल देने के बाद, दोनों नेताओं को फिर से पार्टी में शामिल होने के लिए मना लिया गया था। संधवान और अरोड़ा दोनों ने इस संभावना पर बोलने से इनकार कर दिया कि शीर्ष कैबिनेट पद के लिए उनके नामों पर विचार किया जा सकता है।

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