राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन को लेकर कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा ने कहा कि ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री मान ने पंजाब के हितों को पूरी तरह से सरेंडर कर दिया है
द न्यूज 15
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (AAP) ने सोमवार को राज्यसभा की पांचों सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। लेकिन उम्मीदवारों के चयन को लेकर आम आदमी पार्टी पर विपक्ष हमलावर है। AAP पर विपक्ष आरोप लगा रहा है कि पार्टी ने राज्यसभा चुनाव के लिए गैर पंजाबी और बाहरी उम्मीदवारों पर भरोसा जताया है और AAP ने पंजाबियों को ठगने का प्रयास किया है।
‘आप’ ने सोमवार को पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के संस्थापक अशोक मित्तल, दिल्ली से पार्टी विधायक राघव चड्ढा, आईआईटी दिल्ली में असिस्टेंट प्रोफेसर संदीप पाठक और उद्योगपति संजीव अरोड़ा को 31 मार्च को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए नामित किया है। सभी उम्मीदवारों ने पंजाब विधानसभा परिसर में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। पांचों में से सिर्फ हरभजन सिख हैं। बड़े पैमाने पर विपक्षी दल राघव चड्ढा और संदीप पाठक के नामांकन से खफा हैं क्योंकि दोनों पंजाब से ताल्लुक नहीं रखतें।
भोलथ से कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैरा ने कहा कि, “नामांकन न केवल निराशाजनक हैं, बल्कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की स्पष्ट मुहर है। मेरी धारणा थी कि मुख्यमंत्री भगवंत मान उच्च सदन में पंजाब के कुछ प्रमुख हस्तियों को भेजेंगे ताकि वे राज्य से संबंधित विभिन्न मुद्दों को प्रभावी ढंग से उठा सकें। हालांकि ऐसा लगता है कि सीएम ने पंजाब के हितों को पूरी तरह से सरेंडर कर दिया है।”
आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों द्वारा पर्चा दाखिल करने से कुछ घंटे पहले पूर्व परिवहन मंत्री अमरिंदर सिंह राजा ने सीएम भगवंत मान को पत्र लिखकर कहा कि, “उन्हें पूरा विश्वास है कि आप (सीएम मान) पंजाब से ऐसे लोगों को भेजेंगे जो पंजाब के लिए आवाज उठाएंगे ताकि दुनिया के हर कोने में लोग अपने मान साहब पर गर्व करें।”
अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि, “आप पंजाब का अधिकार छीन रही है। हम कह रहे थे कि सब दिल्ली द्वारा नियंत्रित किया जाएगा और दिल्ली के लोगों का शासन होगा। लोग बस बहक गए और ‘आप’ को वोट दे दिया।” अकाली दल के विधायक दल के नेता मनप्रीत सिंह अयाली ने कहा, “क्या यही बदलाव है जिसके बारे में ‘आप’ बात कर रही थी? लगता है कि ‘आप’ ने कारोबारियों को राज्यसभा के टिकट बांटकर पंजाबियों को धोखा दिया है, जो उन्होंने पहले दिल्ली में भी किया था। इससे ‘आप’ ने प्रसिद्ध पंजाबियों के अलावा हजारों योग्य पार्टी कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की है जो इस सम्मान के अधिक योग्य थे।”