पाकिस्तान में 16वीं नेशनल असेंबली के चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। यह चुनाव 8 फरवरी 2024 को होंगे। बता दें कि ये चुनाव हर बार से कुछ अलग है।2008 में मुंबई अटैक के मास्टरमाइंड और ग्लोबल टेरेरिस्ट हाफिज सईद की पार्टी पाकिस्तान में सभी सीटों पर चुनाव लड़ रही है. चुनावी मैदान में हाफिज का बेटा तल्हा सईद भी उतर गया है. तल्हा अपने पिता और आतंकी हाफिज की पार्टी पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग (PMML) से लाहौर से चुनाव लड़ने की तैयारी में है. लाहौर सीट पर तल्हा का सीधा मुकाबला पाकिस्तान के पूर्व PM इमरान खान से होगा.
वही जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान के इतिहास में पहली बार कोई हिंदू महिला आम चुनाव लड़ने जा रही है। इनका नाम सेवरा प्रकाश है। सवेरा पीपीपी के टिकट पर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। इन्होंने खैबर पख्तूनख्वा की एक सीट से नामांकन दाखिल किया है। बता दें कि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के मुखिया बिलावल भुट्टो जरदारी हैं। वो पाकिस्तान के मौजूदा सरकार का हिस्सा भी हैं। आइए जानते हैं कौन हैं सवेरा प्रकाश?
सवेरा प्रकाश पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP)महिला विंग के महासचिव के रूप में कार्यरत हैं। सवेरा प्रकाश ने महिला विंग के महासचिव के रूप में काम करते हुए महिलाओं के उत्थान के कई काम किए हैं। सवेरा ने एबटाबाद इंटरनेशनल मेडिकल कॉलेज से 2022 में ग्रेजुएशन किया है। बता दें कि सवेरा प्रकाश के पिता भी पहले पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के मेंबर रह चुके हैं। वह पेशे से डॉक्टर थें,जो कि अब रिटायर हो चुके हैं। उन्हीं के नक्शे कदम पर चलते हुए सवेरा प्रकाश ने चुनाव लड़ने का मन बनाया है।अपने पिता से विरासत में मिली राजनीति को सवेरा आगे बढ़ाने में जुट गई हैं।
सवेरा प्रकाश ने एक इंटरव्यू में बताया था कि मानवता उनके खून में है। निर्वाचित विधायक बनने का उनका सपना उनके मेडिकल करियर के दौरान सरकारी अस्पतालों की लचर व्यवस्था को देखकर उपजा है।
वही दुसरी तरफ़ हाफिद सईद ने आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की नींव रखी थी. जिस पर संयुक्त राष्ट्र ने प्रतिबंध लगा दिया था. संयुक्त राष्ट्र ने हाफिज को कई आतंकी घटनाओं का अंजाम देने का आरोपी माना और वह 2019 से जेल में बंद है. अमेरिका ने सईद पर 10 मिलियन अमेरिकी डॉलर का इनाम रखा.
तल्हा सईद भी अपने पिता के कदमों पर चला. कम उम्र से ही वो आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की तैयारी का हिस्सा बनने लगा. कुछ सालों के बाद आधिकारिक तौर पर वह लश्कर-ए-तैयबा के क्लर्क विंग में काम करने लगा और आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की योजना बनाने लगा.
भारत सरकार की ओर से जारी बयान में तल्हा सईद के बारे में कई जानकारियां दी गईं. तल्हा को भारत, अमेरिका और इजराइल में जिहाद के नाम पर लोगों को भड़काने और गुमराह के लिए जाना गया. कम उम्र से ही पिता के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा में आतंकियों की भर्ती का जिम्मेदारी तल्का को दी गई. इसके साथ ही पाकिस्तान में बने लश्कर के केंद्रों का निरीक्षण करने और इसे मजबूत बनाने का काम किया.
बड़े पैमाने पर आतंकियों की भर्ती के साथ संगठन के लिए पैसा जुटाने की कमान भी तल्का के पास थी. अफगानिस्तान और भारत में आतंकी साजिश रचने में इसका नाम आया. अमेरिका, इजराइल समेत कई देशों में तल्हा नफरत फैलाने का काम करता आया है्.
भारत में आतंकी साजिश को रचने में मदद करने वाला तल्हा जहर उगलने में अपने पिता हाफिज सईद के नक्शे कदम पर चलता रहा है. उसने कई बयान दिए जो भारत विरोधी रहे. जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठता है. जेहाद फैलाने की बात करता है. 2007 में उसका एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वो यह कहता हुआ नजर आया कि कश्मीर में हर कीमत पर जेहाद होकर रहेगा.
साल 2022 में भारत सरकार ने उसे UAPA के तहत आतंकी घोषित किया गया था. इसके लिए केंद्र सरकार की तरफ से अप्रैल 20222 में आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी किया Set featured imageगया था. भारत की ओर से तल्हा सईद को भारत में लश्कर-ए-तैयबा के हमलों के लिए योजना बनाने और आतंकी घटनाओं के लिए पैसा जुटाने का दोषी बताया था. हालांकि, पाकिस्तान में वह खुले आम घूम रहा है और उस पर कोई पाबंदी नहीं है.
वहीं पिता और लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक हाफिज सईद जेल जेल में बंद है और भारत की वाछिंत अपराधिकयों की लिस्ट में शामिल है.