म्यूजिक किंग गुलशन कुमार की तरह डूबा एक उभरता सियासी ‘सितारा’
पटना/गोपालगंज। बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के करीबी और राष्ट्रवादी कांग्रेस नेता बाबा सिद्दीकी की बीती रात गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। जिस बाबा सिद्दीकी की हत्या को लेकर पूरे देश में राजनीतिक माहौल गर्मा गया है। वही बाबा सिद्दीकी का गोपालगंज से भी खास कनेक्शन रहा है। बाबा सिद्दीकी का भी ठीक उसी तरह से अंत हो गया, जिस तरह से म्यूजिक किंग गुलशन कुमार की 12 अगस्त 1997 के दिन हत्या कर दी गई थी।
दरअसल बाबा सिद्दीकी गोपालगंज में मांझागढ़ प्रखंड के शेखपुर्दिल गांव के रहने वाले थे। वह बचपन से ही होनहार थे। और वे वर्षों पूर्व गोपालगंज से मुंबई चले गए थे। मुंबई में उनका दबदबा रहा। मुंबई में वे विधायक रहे और मंत्रिपरिषद में भी शामिल रहे।
बाबा सिद्दीकी की कल रात मुंबई में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई। हत्या की सूचना उनके गोपालगंज स्थित रिश्तेदारों को भी मिली तो गांव में भी मातम का माहौल हो गया। उनके परिजन और रिश्तेदार मो फुरकान काफी मर्माहत हैं। बाबा सिद्दीकी को याद कर उनकी भी आंखें भर आ रही हैं।
बाबा सिद्दीकी के भतीजे मो. फुरकान, पड़ोसियों और ग्रामीणों ने बताया कि बाबा सिद्दीकी के एक बेटे और एक बेटी है। बेटा महाराष्ट्र में बांद्रा वेस्ट से कांग्रेस विधायक है। उनकी बेटी डॉक्टर है। बाबा सिद्दीकी 35 साल से कांग्रेस से जुड़े रहे। इधर 8 माह पूर्व ही उन्होंने एनसीपी ज्वाइन किया था।
ग्रामीणों ने बताया की मुंबई में रहकर भी गोपालगंज उनका अक्सर आना जाना लगा रहता था। बिहार में पिता के नाम पर अब्दुर रहीम ट्रस्ट के नाम से 40 संस्था चलता है। अकेले गोपालगंज में उनके गांव में तीन ट्रस्ट चलता है। बाबा सिद्दीकी के दो भाई बिजनेस से जुड़े है।
पड़ोसियों ने बताया की गोपालगंज स्थित अपने गांव और जिले के लिए वे काफी कुछ समाज सेवा का काम करते थे। उनकी ओर से चैरिटेबल ट्रस्ट चलाया जाता है। और उस ट्रस्ट के माध्यम से लोगों की समाज सेवा की जाती है। बाबा सिद्दीकी कोरोना के दौरान भी गोपालगंज आए थे और यहां पर उनकी ओर से कोविड माहवारी के दौरान भारी मात्रा में सैनिटाइजर, मास्क, पीपीई किट सहित राहत सामग्री का वितरण किया गया था। उन्हें जब भी टाइम मिलता था वे गोपालगंज आते थे।
बाबा सिद्दीकी बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता सलमान खान के काफी करीबी थे। उसके अलावा भी उनके कई बॉलीवुड सितारों से खास कनेक्शन था। बाबा सिद्दीकी की इस हत्या के बाद से गोपालगंज के लोग भी काफी मर्माहत है।