द न्यूज़ 15
जयपुर। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) की सदस्य व सांसद दीया कुमारी ने कहा कि भले ही एनटीसीए ने संभावित बाघ अभयारण्यों के रूप में कुंभलगढ़ और टोडगढ़ वन्यजीव अभयारण्यों की व्यवहार्यता आकलन रिपोर्ट प्रस्तुत की थी, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। यह बात उन्होंने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव की अध्यक्षता में दिल्ली में हुई एनटीसीए की बैठक में बोली।
बैठक बुधवार को दिल्ली में हुई, जिसमें दीया कुमारी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पर्यावरण राज्यमंत्री हेमाराम चौधरी से व्यवहार्यता रिपोर्ट पर आवश्यक कार्रवाई करने का आग्रह किया, ताकि वन्यजीव अभयारण्यों को बाघ अभयारण्य घोषित किया जा सके। इससे पर्यटन और क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को भी काफी बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने सदस्यों को आश्वासन दिया कि वह रिपोर्ट की मंजूरी के संबंध में राज्य सरकार के साथ सक्रिय रूप से संपर्क करेंगी। सांसद ने देश में वन्यजीव अभयारण्यों से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर भी सुझाव दिए।