पटना में पतियों के लिए खतरे की घंटी!

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 यह है पूरा मामला

 पटना। बिहार में पत्नियां अब शराबी और मारपीट करने वाले पतियों को सबक सिखा रही हैं। दिसंबर के पहले दो हफ़्तों में ही पटना के अलग-अलग थानों में ऐसे सात मामले दर्ज हुए हैं, जहां पत्नियों ने खुद पुलिस को फ़ोन करके अपने पतियों को गिरफ़्तार करवाया है।
ज्यादातर मामले नशे में धुत पतियों की ओर से की गई मारपीट के हैं। राजीव नगर, गर्दनीबाग और शास्त्रीनगर थानों में ऐसे मामले ज्यादा देखे जा रहे हैं। पुलिस ब्रेथ एनालाइजर से जांच करती है और रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर पति को गिरफ़्तार कर जेल भेज देती है। महिलाएं बताती हैं कि लगातार समझाने-बुझाने के बाद भी जब पति नहीं मानते, तो उनके पास यही एक रास्ता बचता है।
इन मामलों में यह भी देखने को मिला कि जब महिलाएं अपने पति के शराब पीकर मारपीट करने की सूचना पुलिस को देती है तो आरोपी उनके सामने ही मौजूद होते हैं। शुरुआती दौर में उन्हें लगता है कि पत्नी उनमें भय पैदा करने के लिए पुलिस का नाम लेकर कहीं और कॉल कर रही हैं, लेकिन जब पुलिस टीम घर पर पहुंती है और पति की तलाश शुरू करती है तो पतियों की घिग्घी बंध गई।
घर में पुलिस को देख जब भागने का मौका नहीं मिलता है तो आरोपी अपनी पत्नी से माफी मांगने लगते हैं, लेकिन तब तक देर हो चुकी होती है। शराब की बदबू आती रहती है। पुलिस सबसे पहले ब्रेथ एनालाइजर मशीन से पति की जांच करती है। रिपोर्ट पॉजिटिव निकलते ही पुलिस आरोपी पति को गिरफ्तार कर जेल भेज देती है।
सामाजिक कार्यकर्ता रंजना सिंह कहती हैं कि महिलाएं बहुत सोच-समझकर यह कदम उठाती हैं। काफी दिनों तक मारपीट को बर्दाश्त करने और समझाने-बुझाने के बाद भी जब पति नहीं मानते हैं तो महिलाओं के लिए यही एक रास्ता बचता है। उन्हें सलाखों के पीछे भेज कर वो खुद को और परिवार को सुरक्षित करती है। हर रोज की मारपीट और कलह से पूरा परिवार परेशान होता है। शराब के नशे में पति हर रोज घरेलू हिंसा करते हैं। परेशानी बढ़ती है तो यह कदम उठाया जाता है।

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