अभिजीत पाण्डेय
पटना। बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सियासी सरगर्मियां बढ़ती जा रही हैं। बताया जा रहा है कि आरजेडी के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक पार्टी से इस्तीफा दे सकते हैं सूत्रों के मुताबिक वो राष्ट्रीय जनता दल छोड़कर जेडीयू में शामिल हो सकते हैं।इसकी तैयारी भी लगभग पूरी हो चुकी है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर आरजेडी को झटका देने का प्लान बना लिया है। एक तरफ अगले साल 2025 में बिहार विधानसभा का चुनाव है तो दूसरी ओर अभी से ही दल-बदल का खेल शुरू होता दिख रहा है।
सूत्रों के अनुसार आरजेडी के राष्ट्रीय महासचिव और लंबे समय तक बिहार सरकार में मंत्री रहे श्याम रजक पाला बदलने जा रहे हैं। बहुत जल्द वह जेडीयू का दामन थाम सकते हैं।पार्टी में लगातार हाशिए पर चल रहे श्याम रजक एक बार फिर पाला बदलने की तैयारी कर रहे हैं। कुछ दिनों पहले ही श्याम रजक ने जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात भी की थी।
इस मुलाकात के दौरान नीतीश कुमार के साथ लंबे समय तक काम कर चुके श्याम रजक ने वापस से जेडीयू में शामिल होने की इच्छा जतायी। जिस पर सीएम नीतीश कुमार ने उन्हें जेडीयू में शामिल करने की मंजूरी दे दी है। श्याम रजक फिलहाल लालू यादव की पार्टी राजद के राष्ट्रीय महासचिव हैं। लेकिन फिलहाल कई कारणों से श्याम रजक पार्टी की मुख्यधारा से अलग कर दिया गया है।
ऐसे में उन्होंने अपने पुराने घर जेडीयू में वापसी का रास्ता चुना है।जेडीयू सूत्रों का मानें तो श्याम रजक एक सितंबर को फिर से जेडीयू में शामिल हो सकते हैं। उनका मिलन समापोह जेडीयू के प्रदेश कार्यालय में होगा। इसमें समारोह में राजद के कुछ और नेता भी जेडीयू में शामिल हो सकते हैं।
मंत्री पद छोड़कर जेडीयू से इस्तीफा देने वाले श्याम रजक ने इस उम्मीद से आरजेडी का दामन थामा था कि 2020 में होने वाले विधानसभा चुनाव में आरजेडी उन्हें फुलवारी से टिकट देगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। 2020 के चुनावी परिणाम के बाद श्याम रजक की उम्मीद फिर जगी कि शायद पार्टी उन्हें विधान परिषद का सदस्य बनाएगी, लेकिन ये भी नहीं हुआ। पार्टी ने मुन्नी रजक को विधान परिषद का सदस्य बना दिया।सूत्रों की मानें तो श्याम रजक अगले महीने जनता दल यूनाइटेड का दामन थाम सकते हैं। पार्टी उन्हें बड़ी जिम्मेदारी भी दे सकती है।