बेरोजगार युवाओं को अपने जाल में फंसाने वाले संगठित गैंग के चार युवतियां समेत 7 गिरफ्तार

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ऋषि तिवारी
नोएडा। थाना सेक्टर-49 नोएडा कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर द्वारा नौकरी देने के नाम पर दिल्ली एनसीआर के बेरोजगार युवाओं को अपने जाल में फंसाने वाले संगठित गैंग के 07 अभियुक्त (जिसमें 03 पुरूष व 04 महिलायें) मय 11 मोबाईल, 5 फर्जी मोहरे व 2840 रुपये व फर्जी आधार कार्ड व रिज्यूम फार्म व रजिस्टेशन फार्म, फार्म फाइले, ज्वाइनिग लैटर, 03 रजिस्टर, इन्टरव्यू बुक, आफिस के नाम के पम्पलेट व इन्टरव्यू फार्म व रशीदे इत्यादि व घटना में प्रयुक्त दो कारें बरामद किया है।

 

सेक्टर-6 स्थित पुलिस उपायुक्त कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) रामबदन सिंह ने बताया कि सलारपुर गांव के पास से एक सूचना के आधार पर सेक्टर-49 पुलिस ने नौकरी देने के नाम पर बेरोजगारों को ठगने वाले 7 अभियुक्तों वसीम अहमद उर्फ कपिल भाटी उर्फ पीयूष भाटी पुत्र नासिर हुसैन, रोहित कुमार पुत्र नन्दकिशोर साहनी, रोहित चन्देला उर्फ राहुल भाटी पुत्र सुरेशपाल, अनामिका पुत्री विक्रम सिंह राठौर, लक्ष्मी पुत्री जगत सिंह, शिखा कुशवाहा पुत्री प्रकाश कुशवाहा तथा शबा पुत्री मौ. जफर को आज गिरफ्तार किया गया है।

उन्होंने बताया कि पूछताछ में अभियुक्त पत्रकार वसीम अहमद ने बताया कि वह अपने साथी रोहित चन्देला के साथ मिलकर पिछले एक डेढ साल से लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी कर रहा है, इनका एक यूट्यूब चैनल Noida delhi job के नाम से है जिसमें यह नौकरी दिलाने का भ्रामक विज्ञापन डालते है। जिसको देखकर काफी बेरोजगार युवक नौकरी के लिए विभिन्न राज्यों से दूर-दूर से नौकरी की तलाश में इनके पास आते है। यह उन लोगों से 100 रुपये रजिस्टेशन फीस व 2500 से 3000 रुपये तक फाइल चार्ज व सिक्योरिटी मनी के रूप में लेते है। उन्होंने बताया कि इनका किसी कंपनी से कोई करार नहीं है। इन लोगों ने कुछ मोहरे फर्जी बनवाई है तथा लैटर पैड जो यह लोग मोहर लगाकर युवकों को ज्वाईनिग लेटर देते है वह भी सब फर्जी है।

उन्होंने बताया कि यह बेरोजगारों से पैसा लेकर उन्हे फर्जी नियुक्ति पत्र देकर कुछ दिनों में उनके पास नौकरी पर जाने की फोन काल आने की बात कहकर भेज देते हैं। नौकरी न मिलने पर दूर से बच्चे इनके पास वापस नहीं आते है तथा जो आकर इनसे अपना पैसा मांगते है उनके खिलाफ यह सोशल मीडिया व ट्विटर पर इनके खिलाफ झूठे ट्वीट करके डरा देते है। जिससे वह डरकर भाग जाते थे।

पुलिस उपायुक्त ने बताया कि इनके सोशल मिडिया पर 04 ट्विटर हैण्डल/एकाउन्ट प्रकाश में आये है जिनके नाम 1.Awareness News (@AwarenessNews1) 2. Waseem patrakar (@waseempatrakar) 3. Kavitachauhan (@kavitaChau32946) 4. Arunkumar (@ArunKum73160344) है। इन्हीं से यह बेरोजगार युवकों व अन्य लोगों के खिलाफ डराने के लिये झूठे व भ्रामक ट्विट कर देते हैं। जो रुपया इन्हें इस स्कैम में मिलता है वह यह तीनों वसीम अहमद, रोहित कुमार तथा रोहित चंदेला आपस में बांट लेते है।

उन्होंने बताया कि नौकरी की तलाश में कुछ लडकियां इन लोगों के पास सोशल मीडिया के भ्रामक विज्ञापन देखकर आयी थी। उन्हें तीनों ने मिलकर आफिस में नौकरी पर रख कर जालसाजी के काम में लगा दिया। लडकियों का काम लोगों को काल करना था तथा उसके बाद इन्टरव्यू लेकर सलैक्ट करना था। इनके आफिस से जो भी फर्जी दस्तावेज व ज्वाईनिग लैटर तैयार होते थे उन पर यह तीनों लोग बदल-बदल कर साईन करते थे व फर्जी मोहर स्टांप कर ज्वानिंग लेटर दे देते थे। इन लोगों के पास से प्रचार-प्रसार के लिए नौकरी देने के पंपलेट भी मिले जिन्हें यह अलग-अलग जगहों पर जाकर चस्पा करते थे।

उन्होंने बताया कि वसीम अहमद से एक फर्जी आधार कार्ड भी बरामद हुआ है जो अपनी पहचान छुपाने के लिये अपने पास रखता था। डीसीपी ने बताया कि इस गैंग से जुड़े अन्य लोगों को भी पुलिस तलाश कर रही है। इस गिरोह में कुछ और पत्रकार भी शामिल बताये जा रहें हैं। उनकी तलाश की जा रही है।

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