हज यात्रा में बरस रही आग, 90 भारतीय समेत 900 की मौत
दीपक कुमार तिवारी
विदेश से आई यह ख़बर मनहूस करने वाली है। सऊदी अरब में भीषण गर्मी के बीच इस साल हज यात्रा के दौरान सैकड़ों लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि लोग अपने प्रियजनों के शव मिलने का इंतजार कर रहे हैं।
हर मुस्लिम में अपने जीवन में एक बार हज यात्रा पर जाना चाहता है। हज 2024 के दौरान दुनियाभर से मुसलमान सऊदी अरब के मक्का और मदीना पहुंचे। लेकिन भीषण गर्मी और लू के कारण यहां 90 भारतीयों समेत 900 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई।
ऐसे में सऊदी सरकार की दुनिया भर में किरकिरी हुई है। क्योंकि सरकार ने गर्मी से निपटने के लिए जरूरी इंतजाम नहीं किए। अभी तक सऊदी सरकार की ओर इस पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। न ही मौतों की संख्या को लेकर कोई खुलासा किया है। हालांकि अभी भी सैकड़ों मुस्लिम परिवार अपने परिजनों के शव को वतन ले जाने के लिए इंतजार कर रहे हैं।
विदेशी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पांच दिवसीय हज यात्रा के दौरान कम से कम 900 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। आंकड़ों के अनुसार दुनियाभर के 18 लाख से अधिक मुसलमान इस बार हज यात्रा में हिस्सा लिया था। इस दौरान भीषण गर्मी का प्रकोप देखने को मिला। सोमवार को मक्का में अधिकतम तापमान 51.8 डिग्री तक पहुंच गया। न्यूज एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार अकेले मिस्त्र में ही कम से कम 600 लोगों की मौत हो गई। वहीं अलग-अलग देशों द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार अब तक 992 लोगों की मौत हो गई।
सऊदी के राजनयिकों की मानें तो पांच दिवसीय हज यात्रा के दौरान 80 भारतीयों की भी मौत हो गई। मारे गए सभी हजयात्रियों की मौत प्राकृतिक कारणों से हुई। मिस्र के अलावा जाॅर्डन, इंडोनेशिया, ईरान, ट्यूनीशिया, ईराक के अलावा सेनेगल ने अपने-अपने नागरिकों की मौत की पुष्टि की है। हालांकि कई मामलों में अधिकारियों ने कारण नहीं बताया है।
मारे गए हजयात्रियों के परिजन सोशल मीडिया के जरिए अपने रिश्तेदारों की सोशल मीडिया पर डाल रहे हैं। ताकि उनके बारे उन्हें कोई जानकारी मिल सके। बता दें कि हज इस्लाम के 5 स्तंभों में से एक है। इस्लामी कैलेंडर ग्रेगोरियन कैलेंडर से अलग होता है और ये हर साल बदलता रहता है।