राम नरेश
पटना । मजबूत सरकार बनाने और एक सशक्त सरकार के मकसद लिए युवा मतदाता से अधिक उत्साह में बुजुर्ग मतदाताओं ने वोटिंग की।
कुछ ऐसे भी बुजुर्ग थे जो चलने-फिरने में लाचार थे लेकिन मजबूत सरकार बनाने के लिए तकलीफ उठाकर बूथ तक पहुंचे और एक सशक्त सरकार के लिए वोटिंग की। कोई व्हील चेयर पर बैठकर मतदान केंद्र तक पहुंचा तो कोई किसी तरह मकसद सभी का एक था मतदान करना। बुजुर्ग मतदाओं में जोश देखते ही बन रहा था।
बिहार में पांचवें चरण का मतदान अंतिम दौरान युवा मतदाता से अधिक उत्साह में बुजुर्ग मतदाताओं में दिखाई दिए । युवाओं पर बुजुर्ग भारी पड़़ रहे हैं।
मुजफ्फरपुर के बांदरा प्रखंड की रहने वाली 119 वर्षीय लालपरी देवी ने अपना वोट डाला। वे अपने घर से करीब डेढ़ किमी दूर बरियारपुर बाया मध्य विद्यालय स्टार बूथ संख्या 264 पर पहुंची थीं। उन्हे पोता और परपोता अपने साथ लेकर पहुंचे थे।
गायघाट प्रखंड क्षेत्र के अमेठी पंचायत के बूथ पर100 वर्ष के बुजुर्ग महेंद्र राय,87 साल की महिला राजकली देवी ने अपना वोट किया।जबकि व्हील चेयर पर बैठकर पहुंची 84 वर्षीय नगिंद्री देवी वोट करने बेटे और बहू के साथ पहुंची।इधर, शहर के बड़ी करबला निवासी 74 वर्षीय हुस्ना बानो ने भी अपना वोट डाला।
जिला मुख्यालय से तकरीबन 45 किलोमीटर दूर बन्दरा प्रखंड के हत्था में पोते के साथ दादा वोट करने पहुंचे. हत्था-खनुआ नदी पार के बूथ पर वार्ड संख्या 13 के 82 वर्षीय रामानंद राय को उनके छोटे-छोटे पोतों के द्वारा खनुआ नदी पार के बूथ पर मतदान कराया गया । इसी तरीके से 80 वर्षीय शिवजी शाह को भी उनके छोटे-छोटे पोतों ने हत्था-खनुआ के बूथ पर मतदान कराया ।
इस दौरान लोकतंत्र के कई रंग देखने को मिले कहीं नेत्रहीन ने तो कहीं बुजुर्गों ने मतदान किया।माड़ीपुर के पथ निर्माण विभाग रोड स्थित मतदान केंद्र पर नेत्रहीन और बुजुर्ग मतदाताओं में भी खासा उत्साह दिखा। नेत्रहीन मतदाता मलक कुमार अपनी मन की आंखों से आने वाली सरकार को देख पा रहे हैं और नए सरकार की निर्माण के लिए मतदान किया । मलक का कहना है कि यह लोकतंत्र का सबसे बड़ा पर्व है। देश में सरकार चुनने के लिए हमारी भागीदारी होनी आवश्यक है। इसी को लेकर मैं वोट डालने पहुंचा हूं।
फर्स्ट टाइम वोटर्स से लेकर बुजुर्ग महिला भी वोट डालने पहुंचे।
85 वर्षीय नगिंद्री देवी अपने बेटे के साथ वोट डालने पहुंची। वे सकरा की रहने वाली हैं।सारण के।कई मतदान केंद्र पर बुजुर्ग मतदाताओं ने बताया कि वे 1966 से लगातार अपने मताधिकार का प्रयोग करते आ रहे हैं और कहा कि वे पार्टी विशेष या व्यक्ति विशेष को देखकर मतदान नहीं करता हूं। मैं सिर्फ उस व्यक्ति या उस पार्टी को वोट देता हूं जो भारत देश को विकास के रास्ते पर आगे बढ़ाता है।