झारखंड के एक निवेशक ने द न्यूज़ 15 चैनल को लिखकर भेजा है कि वह चैनल को अवगत कराना चाहता है कि झारखंड जमशेदपुर रीजन में सहारा के जूनियर प्रोग्रामर मनोज कुमार का भुगतान जुलाई में हुआ है। इस निवेशक का कहना है कि एक ओर वे लोग भुगतान लेने जाते हैं तो सहारा प्रबंधक बोलता है कि उनका सहारा सेबी का केस है और एंबार्गो लगा हुआ है। हम भुगतान नहीं कर सकते हैं और दूसरी तरफ ये लोग गुप्त रूप से अपने अपने स्टाफ को भुगतान करा रहे हैं, जिसका उन्होंने चैनल को प्रूफ भेजा है।
दरअसल द न्यूज 15 लगातार सहारा और दूसरी ठगी कंपनियों के खिलाफ भुगतान को लेकर देशभर में हो रहे आंदोलन को प्रमुखता से जहां पोर्टल पर प्रकाशित कर रहा है, वहीं चैनल पर दिखा रहा है।
द न्यूज 15 के निवेशकों की लड़ाई को तवज्जो देने से सहारा निवेशक द न्यूज 15 की ओर उम्मीदभरी नजरों से देखने लगे हैं। उनको लगने लगा है कि द न्यूज 15 उनकी आवाज बन रहा है। इसलिए निवेशक अपनी पीड़ा द न्यूज 15 से बता रहे हैं।
इस निवेशक ने यह आरोप ऐसे समय में लगाया है जब भुगतान को लेकर झारखंड के बोकारो और रांची में 15 नवम्बर से लगातार आंदोलन चल रहा है। इस आंदोलन का नेतृत्व ऑल इंडिया जन आंदोलन संघर्ष न्याय मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नागेंद्र कुशवाहा और प्रदेश अध्यक्ष प्रभात कुमार कर रहे हैं। बोकारो में आश्वासन के बाद धरना सामाप्त कर दिया गया है पर रांची में प्रोटेस्ट जारी है।