Covid 4th Wave : लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामले
Covid 4th Wave देश में जिस तरह से कोरोना के मामलों में बड़ा इजाफा देखने को मिल रहा है उससे तो ऐसा लगने लगा है कि कोरोना की चौथी लहर Covid 4th Wave आने वाली है। आज यानि कि गुरुवार को देश में 12,213 नए मामले मिले हैं। इन मामलों को मिलाकर देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 4,32,57,730 तो उपचाराधीन मरीजों की संख्या 58,215 तक पहुंच गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार कोरोना से संक्रमण से मरने वाले लोगों की संख्या 11 हो गई है। गत 24 घंटे में उपचाराधीन मरीज 4,578 बढ़े हैं।
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यदि बात कोरोना वायरस फैलने वाले वर्ष की बात करें तो देश में 7 अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30, पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। 16 सितम्बर को संक्रमण के मामले 50 लाख, 28 को 60 लाख हो गई थी। 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 को 80 लाख संक्रमितों की संख्या हो गई थी। 20 नवम्बर को कोरोना संक्रमित 90 लाख के ऊपर पहुंच गए थे।
2020 को मामले इतने बढ़ गए थे कि 19 दिसम्बर को कोरोना संक्रमित मामले एक करोड़ से अधिक पहुंच गए थे। यदि बात 2021 की करें तो चार मई को कोरोना संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून को तीन करोड़ के ऊपर पहुंच गई थी। इस साल 26 जनवरी को मामले चार करोड़ के पार हो गये थे।
देखने की बात यह भी है कि भारत में कोरोना की चौथी Covid 4th Wave in India लहर का देश पर क्या प्रभाव पड़ेगा। इस बात को लेकर भी तरह तरह के मत हैं। भले ही इस वर्ष अर्थव्यस्था के मंदी से उबरने के संकेत मिल रहे हों पर जिस तरह से कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है उसके अनुसार कोरोना महामारी की चौथी लहर 4th wave of covid से देश में बड़े संकट की आशंका जाहिर की जा रही है l
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ज्योतिषीय दृष्टिकोण से देखने पर गुरु और केतु दोनों ग्रहों की अन्य बड़े ग्रहों, विशेष कर शनि और मंगल से पीड़ा की अवस्था जीवाणु जनित रोगों यानि महामारी का योग बनती है, ऐसा ‘भद्रबाहु संहिता’ का कहना है। यदि बात पहली लहर करें तो 2019 के सूर्य ग्रहण के समय गुरु और केतु की युति शनि, सूर्य आदि ग्रहों के साथ थी तब कोरोना वायरस ने वायरस का रूप लेना शुरू कर दिया था। मार्च 2020 के बाद गुरु की शनि और मंगल से युति भारत में कोरोना की पहली से तालाबंदी मतलब लॉकडाउन के चलते अर्थव्यवस्था को ठप कर दिया था।
ऐसे में अब कोरोना के मामलों में अप्रत्याशित वृद्धि हो रही है। इन सब बातों को देखकर कहा जा सकता है कि देस में कोरोना की चौथी लहर 4th wave of covid आने वाली है। हालांकि अब पहली, दूसरी और तीसरी लहर की अपेक्षा जान और माल का नुकसान होने का अंदेशा कम है। 4th wave of covid आने की पीछ लोगों की लापरवाही भी मानी जा रही है। लोग न केवल सार्वजनिक स्थलों बल्कि मेट्रों, बसों में भी लापरवाही बरतते देखे जा रहे हैं।
मार्च 2021 में मंगल के गोचर में वृषभ राशि में राहु के साथ युति के चलते कोरोना की दूसरी लहर पैदा हुई थी। इस लहर ने अप्रैल से जून के बीच में कोहराम मचा दिया था। मई 2021 में राहु के साथ गोचर में सूर्य, शुक्र और बुध की युति थी, जिसने वायरस के प्रकोप को चरम पर ला दिया था।
2021 साल के अंत में दिसंबर के महीने में मंगल वृश्चिक राशि में गोचर करते हुए केतु से युत होकर वृषभ राशि में बैठे राहु को देख रहे थे, तब भारत में कोरोना की तीसरी लहर ओमीक्रॉन में संक्रमितों की संख्या Omicron Cases in India 3 करोड़ के ऊपर पहुंच गई थी । तीसरी लहर ने दस्तक तो दी थी पर वह कमजोर रही क्योंकि तब तक गुरु गोचर में मकर राशि को छोड़कर कुम्भ राशि में प्रवेश कर चुके थे, जिससे शनि से बन आरही उनकी युति समाप्त हो गई थी। ओमीक्रॉन लहर में संख्या Omicron Cases in India तो अधिक रही थी पर मौतें कम हुई थी। यही वजह रही कि इस लहर ने ज्यादा कहर नहीं बरपाया।
वर्तमान में गुरु मीन राशि में गोचर कर रहे हैं और राहु मेष में चल रहे हैं l मेष राशि में चल रहे सूर्य की राहु के साथ युति ने कोरोना की चौथी लहर की आशंकाओं के बीच कुछ स्थानों पर वायरस के संक्रमण के बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं, किंतु ज्योतिषीय दृष्टिकोण से किसी अन्य बड़े ग्रह के राहु-केतु से युत न होने के चलते अभी भारत में इस महामारी की चौथी लहर की कोई संभावना नहीं है।
इस वर्ष जुलाई के पहले सप्ताह में मंगल मेष राशि में प्रवेश कर राहु से गोचर में युति बना लेंगे l मंगल मेष राशि में 45 दिनों तक रहेंगे जिस दौरान जुलाई से लेकर अगस्त के मध्य तक भारत के बड़े शहरों जैस मुंबई, दिल्ली, बंगलुरु आदि में कोरोना के मामले कुछ बढ़ सकते हैं लेकिन अच्छी बात यह है कि उस समय ‘जीव कारक’ ग्रह गुरु मीन राशि में रहेंगे और कोई बड़ा ग्रह इनके साथ नहीं होगा। ऐसे में कोरोना महामारी की स्थिति नियंत्रण में रहेगी तथा चौथी लहर की संभावना न के बराबर होगी l
When Will Covid 4th Wave Start : जिस तरह से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। उसके आधार पर कहा जा सकता है कि जल्द ही Covid 4th Wave in India लहर आ सकती है। जून-जुलाई में कोरोना की चौथी लहर आने का अंदेशा जताया जा रहा है। वैसे भी साल के अंत में गुजरात और हिमाचल में चुनाव हैं। ऐसे में यदि कोरोना फैलने को लेकर गंभीर प्रयास नहीं हुए तो चुनाव चलते 2023 के शुरुआत When Will Covid 4th Wave Start में कोरोना की चौथी लहर चरम पर पहुंच सकती है। कोरोना की चौथी लहर पीक पर हो सकती है।
हाल के दिनों में जिस तरह से कोरोना के मामलों में वृद्धि हुई है, उसके आधार पर देश में Covid 4th Wave आने की चर्चा शुरू हो गई है। हालांकि केंद्र सरकार के साथ ही राज्य की सरकारों ने कोरोना से बचने के उपायों पर जोर देना शुरू कर दिया है। मेट्रो ट्रेनों के साथ ही सार्वजनिक स्थलों पर भी मास्क लगाने पर जोर दिया जाने लगा है। ऐसे में कोरोना से बचने के लिए हमें खुद भी सचेत रहना होगा। पौष्टिक आहार लेने के साथ ही सोशल डिस्टिैंडिंग अपनानी होगी। प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए नियमित रूप से व्यायाम करना होगा।