शिवराज (Shivraj) 23 अप्रैल को PM मोदी से मिलने दिल्ली आ रहें वही गृहमंत्री अमित शाह भोपाल गए हुए हैं। शिवराज ने PM मोदी को महाकाल कॉरिडोर के उद्घाटन का न्योता भी दिया । शिवराज ने बताया कि हम हर महीने रोजगार दिवस का आयोजन करते हैं और 2 लाख रोजगार भी उपलब्ध कराने का प्रयास करते है, उम्मीद है कि केंद्र और राज्य साथ में रोजगार सृजन कराऐगें। लेकिन हम आज एक और ही नए शिवराज की बात करेंगे। शिवराज (shivraj singh chauhan twitter) ने इसकी जानकारी अपने ट्विटर में भी दी।
मध्यप्रदेश में BJP के शिवराज (Shivraj) अपनी Soft हिन्दुत्व की Image के लिए जाने जाते हैं। 2018 विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा सालभर बाद सिंधिया के शामिल होने से BJP मध्यप्रदेश में जोड़-तोड़ कर वापिस तो आ गई लेकिन इस बार की सरकार शिवराज की सरकार न हो कर केंद्र की सरकार द्वारा बनाई गई सरकार थी। नतीजा शिवराज केवल नाम मात्र के CM बन कर रह गए।
कितना कमजोर हो गए शिवराज (Shivraj) –
शिवराज (Shivraj) 2018 में अपने विकास कार्यों तथा मामा की छवि के साथ मैदान में उतरें लेकिन इस बार उनकी ये इमेज काम नही आई संविदा शिक्षको से लेकर सरकार की anti incumbency (विरोधी लहर) के चलते शिवराज हार के साथ – साथ पार्टी में भी अपने वजूद की लड़ाई लड़ते नजर आए।
शिवराज मामा (Bulldozer mama) से बुलडोजर मामा तक का सफर –
2014 में PM मोदी द्वारा कृषि मंत्री के पद को अस्वाकार्य कर शिवराज (Shivraj)अपनी कुर्साी बचाने में सफल तो हुए लेकिन इस शिवराज (Shivraj) की पकड़ न संगठन में है न ही वे केन्द्र में किसी पद के इच्क्षुक है साथ ही मोदी जी के बाद शिवराज अपने आप को एक विकल्प के तौर पर पेश करना चाहते हैं जिस प्रकार उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को देखा जा रहा है शिवराज भी अपना पूरा दम लगा रहे कि मध्यप्रदेश में भी बुलडोजर चलाया जा सकता हैं। Twitter पे शिवराज अब बुलडोजर मामा कहला रहें।(shivraj singh chauhan twitter)
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यहीं शिवराज (Shivraj) पहले अल्पसंख्यकों में सबसे अधिक स्वीकार्य BJP नेता माने जाते थे जिनके बयानों में एक सौम्य और सधा लहजा देखने को मिलता था।
हाल ही में शिवराज (Shivraj) के बदले स्वर कोई नई बात नहीं समझ आ रही, शांतिपूर्ण रहने वाले मध्यप्रदेश से अब पत्रकारों के निर्वस्त्र थाने में खड़े रहने की फोटो वायरल होती हैं। बात बस इतनी नही थी मध्यप्रदेश के गृह मंत्री श्री नरोत्तम मिश्र (Narottam Mishra) भी रिहाना के ट्वीट को खुल कर आड़े हाथों ले लेते हैं ।
फन फैक्ट – ध्यप्रदेश में बुलडोजर पहली बार एक्टिव नहीं हुआ है इसके पहले बाबूलाल गौर जैसे नेता भी बुलडोजर के साथ सक्रिय हुए थे। यही नहीं बाबू लाल गौर अपने CV में बुलडोजर मंत्री रह चुके हैं।
वैसे तो मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्र (Narottam Mishra) भी काफी Artist मिजाज वाले नेता है जो कि गजलें और शेरो शायरी करने वाले नेता थे लेकिन ध्रुवीकरण की राजनीतिक की लहर में अपने आप को साबित करने के लिए एक उग्र हिन्दू नेता बन रहें जो कभी लाउडस्पीकर कभी आश्रम वेब सीरीज की शूटिंग रुकवा देते हैं।
कुल जमा बात पार्टी के अंदर से ही इस प्रकार की चुनौतियों के बाहर आने से शिवराज का रुख बदल गया, मध्यप्रदेश में बाकी नेता तो शांत नजर आ रहें लेकिन आलाकमान तो शांत नहीं दिख रहा।
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लेकिन मध्यप्रदेश के लोगों में इस प्रकार की भावना को बढ़ावा दिया जा रहा है यानि जिसे आम तौर पर हम फ्रिज मानते है अब मध्य प्रदेश जैसे शांतिपूर्ण प्रदेश में अब ये मेन स्ट्रीम होता जा रहा।
आप हाल ही में हुई कार्यवाही प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आने वाला घर भी तोड़ दिया (Bulldozer mama )गया वही कुछ ऐसे लोगों के नाम भी रिपोर्ट में सामने आए जो खुद ही जेल में कैद थे, घर गिराने के बाद सरकार ने दोबारा घर बनाने के कहां है आप इसे सरकार का बैक फुट मान सकते हैं लेकिन अब मध्यप्रदेश की राजनीति हवा में धार्मिक रंग भी घुल रहा।