पश्चिम बंगाल के बीरभूम में रामपुरहाट इलाके के अंदर टीएमसी पंचायत नेता भादू शेख की हत्या कर दी गई थी जिसके बाद यह हिंसा भड़की
द न्यूज 15
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में मंगलवार तड़के 10 लोग जिंदा जला दिए गए। तृणमूल कांग्रेस के एक नेता की हत्या का बदला लेने के लिए इनके घरों में आग लगा दी गई। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, बीती रात करीब 10-12 घरों में आग लगा दी गई। अब तक कुल 10 शव बरामद किए जा चुके हैं, जिनमें से एक ही घर से 7 शव निकाले गए हैं।
घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंच गई और आग बुझाने का काम शुरू किया गया, लेकिन तब तक कई लोग जिंदा जल चुके थे। फायर ब्रिगेड के एक अधिकारी ने बताया कि अब तक 10 शव बरामद किए जा चुके हैं। डीएम समेत बीरभूम जिले के कई बड़े अफसर मौके पर मौजूद हैं। बीरभूम जिले के रामपुरहाट इलाके में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के पंचायत नेता भादू शेख की हत्या कर दी गई थी, इसी हत्या का बदला लेने के लिए आग लगाने की इस घटना को अंजाम दिया गया है।
बीरभूम में हुई इस राजनीतिक हिंसा की घटना की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है। सीआईडी एडीजी ग्यानवंत सिंह, एडीजी वेस्टर्न रेंज संजय सिंह और डीआईजी सीआईडी ऑपरेशन मीरज खालिद को जांच का जिम्मा सौंपा गया है। इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए टीएमसी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, रामपुरहाट में आग लगने से मौत की जानकारी मिली है, लेकिन इसका राजनीति से लेना देना नहीं है. यह स्थानीय लोगों के बीच का संघर्ष है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, टीएमसी नेता भादू शेख सोमवार रात (21 मार्च 2022) को स्टेट हाईवे- 50 पर जा रहे थे, इसी दौरान उन पर बम फेंका गया, जिसके बाद उन्हें रामपुरहाट मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, लेकिन अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा की एक घटना कुछ दिनों पहले भी देशभर में सुर्खियों में आई थी जब हाल ही में चुने गए दो पार्षदों को सरेआम गोली मार दी गई थी। यह हत्याकांड कैमरे में कैद हो गया था।