द न्यूज 15
जयपुर। राजस्थान विधानसभा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सलाहकार एवं विधायक संयम लोढ़ा को आज सदन से बाहर निकाल दिया गया। वेल में आकर नारेबाजी करने पर विधानसभा अध्यक्ष ने यह कार्रवाई की। उन्होंने मार्शल बुलाकर संयम को सदन से बाहर निकालवा दिया।
निर्दोष को हत्या में फंसाने का उठाया था मामला : संयम लोढ़ा शून्यकाल में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के तहत सवाल उठा रहे थे। उन्होंने सिरोही जिले के बरलूट थाना क्षेत्र में निर्दोष व्यक्ति को हत्या के झूठे मामले में फंसाने में लिप्त दोषी पुलिस अधिकारियों के विरुद्ध अभी तक कोई कार्यवाही न होने का मुद्दा। साथ ही उन्होंने पीड़ित को मुआवजा दिलाने की भी मांग की। इस पर संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने गृह मंत्री की ओर से जवाब देते हुए कहा कि जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि कार्रवाई से पहले जांच जरूरी है और सात दिन में जांच हो जाएगी।
विधानसभा अध्यक्ष के हस्तक्षेप के बाद भी बोलते रहे : धारीवाल जब जवाब दे रहे थे कि श्री लोढ़ा ने बीच में खड़े होकर कहा कि सबको पता है कि वह व्यक्ति निर्दोष है, उसे झूठा फंसाया गया है। इस पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने कहाकि आप मंत्री का जवाब नहीं सुनना चाहते। सात दिन में जांच हो जाएगी, अब चर्चा खत्म हो गई। इसके बाद भी संयम लोढ़ा बोलते रहे और अध्यक्ष ने उन्हें बैठने के लिए कहा लेकिन उन्होंने बोलना जारी रखा। वह वेल आकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे।
विधायक ऐसा न करें कि कड़ा एक्शन लेना पड़े : इस पर अध्यक्ष ने कहा कि आपके हिसाब से सदन नहीं चलेगा। अगर नहीं माने तो सदन के बाहर कर दिए जाएंगे। इस पर भी श्री लोढ़ा नहीं रुके तो अध्यक्ष ने मार्शल बुलाकर उन्हें बाहर निकाल दिया। इसके बाद डॉ. जोशी ने कहा कि इस तरह की बिल्कुल अनुमति नहीं दी जा सकती। सभी विधायकों से आग्रह है कि वे इस तरह का आचरण नहीं करें, जिससे उन्हें कोई कड़ा फैसला करना पड़े।