संजय राउत ने कहा-महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक को जिस तरह से ईडी के लोग उनके घर से लेकर गए हैं, यह सूबे की सरकार के लिए चुनौती है।
द न्यूज 15
मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय ने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) को बुधवार को दाऊद इब्राहिम मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ़्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद एनसीपी नेता नवाब मलिक को मुंबई की विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया गया। वहीं, उनकी गिरफ्तारी के बाद महाराष्ट्र में सियासत गरमाई हुई है। एनसीपी प्रमुख शरद पवार और सीएम उद्धव ठाकरे में नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद आपात बैठक बुलाई थी। इस दौरान महा अघाड़ी सरकार के सभी घटक दलों ने इस बात पर सहमति जताई कि नवाब मलिक का इस्तीफा नहीं लिया जाएगा।
एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के मंत्री छगन भुजबल ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार नवाब मलिक का इस्तीफा नहीं लेगी। सीएम के साथ बैठक के बाद तीनों दलों ने इस पर सहमति जताई है।
उधर, पीएमएलए कोर्ट में पेशी के दौरान नवाब मलिक ने कहा, “प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी सुबह मेरे घर आए, मुझे प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय में ले गए, मुझे हिरासत में लिया और बाद में मेरा बयान दर्ज़ किया। उन्होंने मुझे कार्यालय में समन की कॉपी दी और इसपर हस्ताक्षर करने को कहा।” इसके पहले, गिरफ्तारी के दौरान मलिक ने कहा था कि वे झुकेंगे नहीं बल्कि लड़ेंगे और जीतेंगे। जबकि, नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद भाजपा ने उनका इस्तीफा मांगा। ईडी द्वारा नवाब मलिक की गिरफ़्तारी पर भाजपा नेता चंद्रकांत पाटिल ने कहा, “आज महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक को ED ने गिरफ़्तार किया। अब उन्हें इस्तीफा देना चाहिए यह महाराष्ट्र की परंपरा है।”
दूसरी तरफ, एनसीपी नेता की गिरफ्तारी की खबर पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधा। अखिलेश यादव ने कहा, “भाजपा जिस समय घबराती है इस तरह की एजेंसियों को सामने लाकर लोगों को अपमानित करती है, झूठे मुकदमे लगाकर जेल भेजती है। भाजपा के लोग कुछ भी कर सकते हैं और किसी को भी अपमानित कर सकते हैं।”
इसके पहले, ऐसी रिपोर्ट्स थीं कि पूछताछ में नवाब मलिक जांच एजेंसी का सहयोग नहीं कर रहे थे। उनसे करीब आठ घंटे की पूछताछ की गई थी, उसके बाद एनसीपी नेता को गिरफ्तार किया गया। उनकी गिरफ्तारी के बाद एनसीपी के कार्यकर्ता ईडी के दफ्तर के बाहर जमा हो गए और नारेबाजी करने लगे थे। मलिक की गिरफ्तारी पर बीजेपी उनका इस्तीफा मांग रही है, जबकि विपक्ष के दूसरे नेता एनसीपी नेता के समर्थन में आ गए हैं और वे भाजपा पर निशाना साध रहे हैं।