गुजरात BJP के भाषा-भाषी सेल ने अप्रवासी कामगारों से कहा- यूपी जाओ और भाजपा को वोट देकर जिताओ

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 मंगलवार को ही गुजरात से चार बसों में माइग्रेंट वर्कर्स को भेजा गया है। इन सभी ने बीजेपी से वादा किया है वे यूपी जाकर उनके उम्‍मीदवार के पक्ष में वोट डालेंगे।

द न्यूज 15 
लखनऊ। उत्‍तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के लिए मतदान की शुरुआत गुरुवार से हो गई। 10 फरवरी से पहले चरण की वोटिंग के बाद छह और चरणों को मिलाकर कुल सात फेज में यूपी के अंदर मतदान होना है। इधर, वोटिंग को लेकर पश्चिमी यूपी समेत पूरे प्रदेश में सियासी हलचल है तो वहीं यूपी से सैकड़ों किलोमीटर दूर पीएम नरेंद्र मोदी के गृह राज्‍य गुजरात में भी सक्रियता कम नहीं है। गुजरा में बीजेपी का भाषा-भाषी सेल इन दिनों बेहद एक्टिव है। यह सेल गुजरात में काम कर रहे यूपी माइग्रेंट वर्कर्स से अपील कर रहा है कि वह यूपी जाएं, चुनाव में हिस्‍सा लें और बीजेपी की जीत को सुनिश्‍चत करें। बीजेपी के भाषा-भाषी सेल के स्‍टेट कन्‍वीनर रोहित शर्मा ने दावा किया कि माइग्रेंट वर्कर्स खुद ही चुनाव में हिस्‍सा लेने के इच्‍छुक हैं और वे अपने-अपने पैतृक स्‍थान पर जाकर मताधिकार का प्रयोग करना चाहते हैं। उन्‍होंने मंगलवार को बताया कि यूपी के लिए चार बसें रवाना हो चुकी हैं। बीजेपी की भाषा-भाषी शाखा पूरे गुजरात में मीटिंग कर रही है। इन बैठकों में माइग्रेंट वर्कर्स को इस बात के लिए कन्विंस किया जा रहा है कि वे यूपी में बीजेपी उम्‍मीदवारों को जिताने में मदद करें। बीजेपी का भाषा-भाषी सेल अब तक जामनगर, भावनगर, पोरबंदर और अहमदाबाद में इस तरह की मीटिंग कर चुका है। मंगलवार को भाषा-भाषी सेल के लोग दक्षिण गुजरात के इलाकों में थे, जहां उनका कार्यक्रम करीब 3 दिन तक चलेगा।
बीजेपी की इस भाषा-भाषी विंग में कुल 24 सदस्‍य हैं। इनमें एक स्‍टेट कन्‍वीनर, दो को-कन्‍वीनर और 21 सदस्‍य होते हैं। इस बॉडी में गुजरात के बाहर से भी लोग शामिल होते हैं। राज्‍य स्‍तर के अलावा जिला स्‍तर पर भी इस सेल की एक बॉडी होती है। बीजेपी भाषा-भाषी सेल के स्‍टेट कन्‍वीनर रोहित शर्मा ने बताया कि उनका लक्ष्‍य गुजरात से 2 लाख लोगों को यूपी भेजने का है।
बीते मंगलवार को रोहित शर्मा के नेतृत्‍व में उनकी टीम ने नवसारी, वापी और वलसाड जिले में मीटिंग कीं। इसके बाद बुधवार को तापी, सूरत और नर्मदा जिलों में भी इसी प्रकार से कार्यक्रम रखे गए। इस पूरी कवायद का एक ही मकसद है और वह है सीएम योगी आदित्‍यनाथ की उत्‍तर प्रदेश की सत्‍ता में वापसी। वापी में यूपी से बड़ी संख्‍या में लोग आकर काम कर रहे हैं। रोहित शर्मा ने बताया कि मंगलवार को हमने वापसी में करीब 300 लोगों के साथ बात की, हमने उनसे गुजारिश की है कि वे बीजेपी को वोट दें और अपने परिवार के लोगों को भी बीजेपी के पक्ष में वोट डालने को कहें। रोहित शर्मा ने बताया कि नवसारी, व्‍यारा में भी सैकड़ों यूपी के लोगों ने मीटिंग में हिस्‍सा लिया। उन्‍होंने वादा किया है कि वे यूपी में बीजेपी को सपोर्ट देंगे। जो भी लोग इच्‍छुक होते हैं, वे भाषा-भाषी सेल के पास रजिस्‍ट्रेशन करा देते हैं, वे खुद की इच्‍छा से ही यूपी जा रहे हैं, अपना पैसा खर्च करके वोट डालने के लिए। रोहित शर्मा न बताया कि उनकी अगली मीटिंग सूरत में हैं, जहां पर बड़ी संख्‍या में यूपी के लोग रहते हैं। हमारा लक्ष्‍य स्‍पष्‍ट है, ज्‍यादा से ज्‍यादा गुजरात में काम कर रहे यूपी के लोगों को घर भेजना, ताकि वे बीजेपी के पक्ष में वोट डाल सकें। सूरत म्‍युनिसिपल कॉरपॉरेशन के पूर्व पार्षद युजुवेंद्र दुबे, मूलरूप से जौनपरु, उत्‍तर प्रदेश के हैं। वह 15 साल से सूरत में रह रहे हैं। वह टैक्‍सटाइल फैक्‍ट्री में लेबर कॉन्‍ट्रैक्‍टर का काम करते हैं। दुबे ने बताया कि उन्‍हें जौनपुर जिले की मुंगरा बादशाहपुर सीट का काम सौंपा गया है। इस सीट से बीजेपी प्रत्‍याशी अजय शंकर दुबे लड़ रहे हैं। 2017 में वह इसी सीट से कांग्रेस के टिकट पर भी लड़ चुके हैं, लेकिन बसपा कैंडिडेट सुषमा पटेल ने उन्‍हें हरा दिया था। दुबे सीएम योगी आदित्‍यनाथ के कामकाज से बेहद प्रभावित हैं। दुबे ने कहा कि मुंगरा बादशाहपुर सीट पर 7 मार्च को मतदान होना है तो हमारे पास काफी टाइम है। बीजेपी का भाषा-भाषी सेल गुजरात में कैसे काम कर रहा है। इस बारे में दुबे ने बताया कि मेरे साथ करीब 31 लोग काम कर रहे हैं। हमने उन लोगों का एक वॉट्सऐप ग्रुप बना दिया है, जो यूपी जाकर बीजेपी कैंडिडेट को जिताने के इच्‍छुक हैं। हर दिन हम ऐसे लोगों की पहचान करते हैं। अब तक 300 लोगों की पहचान हो चुकी है। उन्‍होंने बताया कि 14 फरवरी से यूपी में बस भेजने का काम शुरू होगा और 25 फरवरी तक चलेगा। दुबे ने बताया कि यह कोई पहली बार नहीं है कि बीजेपी ने गुजरात में इस तरह का अभियान चलाया हो, इससे पहले के यूपी विधानसभा और लोकसभा चुनावों में भी ऐसे अभियान चलाए जा चुके हैं।

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