समाजवादी पार्टी ने लगाया गरीब वोटरों को धमकाने का आरोप, शामली जिले के कैराना के बूथों पर मतदान करने से रोकने की शिकायत

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 पहले चरण के मतदान में जाट फैक्टर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। राज्य में कुल आबादी का दो फीसदी जाट मतदाता हैं। मथुरा, बागपत, मुजफ्फरनगर, मेरठ जाट बहुल जिले हैं।

द न्यूज 15 
नई दिल्ली ।  उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान शुरू होने के बाद बागपत जिले के एक बूथ पर अचानक बिजली कट गई। इससे मतदानकर्मी टार्च के सहारे मतदाताओं से वोट डलवा रहे हैं। इसको लेकर लोगों में नाराजगी भी है। मेरठ जिले के 20 बूथों पर मतदान शुरू होने के कुछ देर बाद ईवीएम में भी खराबी आ गई। प्रशासनिक अफसर इसको दुरुस्त कराने में जुटे हुए हैं।
समाजवादी पार्टी ने ट्वीट करके कई केंद्रों में अनियमितता, मतदाताओं को डराने-धमकाने, ईवीएम खराब होने और मतदाता सूची में नाम न होने की वजह से मतदान करने से रोकने की शिकायत की है। पार्टी की ओर से बताया गया है कि बुलंदशहर जनपद की विधानसभा सिकंदराबाद 64, बूथ नंबर 227 एम एस इंटर कॉलेज में मतदान कक्ष में अंधेरा है। मतदाताओं को मतदान में परेशानी हो रही है। इसी तरह शामली जिले की कैराना-8 विधानसभा के ग्राम डुंडुखेड़ा के बूथ संख्या 347,348,349,350 पर गरीब वर्ग के मतदाताओं को डरा धमकाकर, कतारों से हटाकर वापस भेजे जाने का आरोप लगाया गया है। समाजवादी पार्टी के ट्विटर हैंडल पर बताया गया है कि मेरठ जिले की विधानसभा 48, बूथ नंबर 26 पर छोटी पर्ची होने की वजह से मतदाता 2 घंटे से लाइन में खड़े हैं। वोट नहीं डालने दिया जा रहा है। पार्टी ने चुनाव आयोग से इसको संज्ञान में लेकर निष्पक्ष मतदान कराना सुनिश्चित कराने का अनुरोध किया गया है।
पहले चरण के मतदान में जाट फैक्टर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। राज्य में कुल आबादी का दो फीसदी जाट मतदाता हैं। मथुरा, बागपत, मुजफ्फरनगर, मेरठ जाट बहुल जिले हैं। जबकि गाजियाबाद, अमरोहा, सहारनपुर, बिजनौर, हापुड़, आगरा और हाथरस जिलों में भी काफी संख्या में जाट मतदाता हैं।
निष्पक्ष मतदान के लिए चुनाव आयोग ने किया व्यापक इंतजाम : राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि निर्वाचन आयोग ने निष्पक्ष, सुरक्षित एवं शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव कराने के लिये व्यापक इंतजाम एवं सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की है। कोविड-19 के मद्देनजर मतदान केंद्रों पर थर्मल स्कैनर, सैनीटाइजर, ग्लव्स, फेस मास्क, फेस शील्ड, पीपीई किट, साबुन, पानी की पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था की गई है।
राष्ट्रीय लोक दल के मुखिया जयंत चौधरी नहीं डालेंगे वोट : राष्ट्रीय लोक दल के मुखिया जयंत चौधरी आज अपनी चुनावी रैली के कारण वोट डालने नहीं जाएंगे। वह मथुरा क्षेत्र के मतदाता हैं। एएनआई के मुताबिक उनके कार्यालय से बताया गया है कि वह व्यस्तता की वजह से वहां नहीं जा पा रहे हैं।
पहले चरण में 2.28 करोड़ मतदाता : पहले चरण में होने वाले मतदान में 2.28 करोड़ योग्य मतदाता हैं। इनमें 1.24 करोड़ पुरुष, 1.04 करोड़ महिला तथा 1448 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं। मतदान पर सतर्क दृष्टि रखने के लिए 48 सामान्य प्रेक्षक, आठ पुलिस प्रेक्षक तथा 19 व्यय प्रेक्षक भी तैनात किये गये हैं। इसके अतिरिक्त 2175 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 284 जोनल मजिस्ट्रेट, 368 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तथा 2718 माइक्रो ऑब्जर्वर भी तैनात किये गये हैं। उन्होंने बताया कि मतदाता पहचान पत्र नहीं होने पर आधार कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, पैन कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस समेत 12 विकल्पों का इस्तेमाल कर वोट डाला जा सकेगा।
2017 में पहले चरण के वोटिंग में भाजपा ने 58 में से 53 सीटें जीती थीं : वर्ष 2017 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने पहले चरण की 58 में से 53 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को दो-दो सीटें मिली थी। इसके अलावा राष्ट्रीय लोकदल का भी एक प्रत्याशी जीता था।
पहली बार वोट डालकर जताई खुशी : पहली बार मतदाता बनी जिकरा ने कैराना के एक मतदान केंद्र पर अपने परिवार के साथ पहले चरण में वोट डाला। वोट डालने के बाद बोलीं- ”अपने मताधिकार का प्रयोग करना जरूरी है। वोट डालने के बाद मुझे अच्छा लग रहा है।”

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