द न्यूज 15
लखनऊ । उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के मैनपुरी की करहल से चुनाव लड़ने के ऐलान के अगले ही दिन सपा को झटका लगा है। करहल विधानसभा क्षेत्र के सपा नेता रघुपाल सिंह भदौरिया ने सपा से इस्तीफा दे दिया और वह भाजपा में शामिल हो गए। भदौरिया ने समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव पर निशाना भी साधा। इस्तीफा देने के बाद रघुपाल सिंह भदौरिया ने समाजवादी पार्टी पर जातिवाद की राजनीति करने का आरोप लगाया। रघुपाल भदौरिया ने कहा कि सपा में यादव जाति के लोगों को ज्यादा महत्व दिया जाता है। भदौरिया समाजवादी पार्टी के प्रदेश सचिव भी रहे हैं।
रघुराज सिंह भदौरिया ने कहा कि उन्होंने हमेशा समाजवादी पार्टी के लिए काम लिया है, लेकिन अखिलेश यादव ने उनकी एक न सुनी। सपा से इस्तीफा देने वाले भदौरिया ने कहा, “मैं करहल से ग्राम प्रधान रहा हूं, वहां की जनता मेरे साथ है और मैं भाजपा उम्मीदवार के लिए काम करूंगा।” दरअसल, गुरुवार को अखिलेश यादव के करहल से चुनाव लड़ने की पुष्टि होते ही भदौरिया ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया और शुक्रवार को वह भाजपा में शामिल हो गए।
इसके पहले, ऐसी चर्चाएं थीं कि अखिलेश यादव आजमगढ़ की किसी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं लेकिन गुरुवार को तय हो गया कि वह मैनपुरी की करहल सीट से चुनाव लड़ेंगे। इस सीट पर समाजवादी पार्टी का दबदबा माना जाता है और वहां पर सजातीय यादव मतदाता अधिक हैं।
करहल सीट की बात करें तो यहां पर 2002 के अलावा, 1993 से लगातार समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार को यहां से जीत मिलती रही है। 2002 में तब इस सीट से भारतीय जनता पार्टी को जीत मिली थी। 1993 और 1996 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार बाबूराम यादव इस सीट से चुनकर आए थे। इसके बाद, 2007, 2012 और 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा के टिकट पर सोवरन सिंह यादव विधायक चुने गए। बता दें कि करहल में 20 फरवरी को मतदान होने हैं।