नई दिल्ली | 2022 का पैरा-बैडमिंटन कार्यक्रम का शेड्यूल आते ही सभी की निगाहें भारतीय दल पर होंगी, जिन्होंने पैरालिंपिक और अन्य टूर्नामेंटों में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। भारत ने पैरालिंपिक 2020 में दो स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य जीता और हाल ही में संपन्न हुए युगांडा पैरा-बैडमिंटन टूर्नामेंट में 47 पदक जीते हैं। साल 2020 और 2021 कोरोना महामारी के कारण प्रभावित रहा, लेकिन, 2022 में एशियाई खेलों और विश्व चैम्पियनशिप सहित 17 से ज्यादा टूर्नामेंट होंगे।
पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता और दुनिया के नंबर 1 प्रमोद भगत ने कहा, “2022 हमारे लिए एक महत्वपूर्ण साल है, क्योंकि 2020 और 2021 में अधिकांश टूर्नामेंट कोविड-19 वायरस के कारण प्रभावित हुए थे। हमने पहले से ही टूर्नामेंट की तैयारियों पर ध्यान केंद्रित करना शुरू कर दिया है।
वल्र्ड नंबर 4 सुकांत कदम ने कहा, “मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से 2022 बहुत महत्वपूर्ण है और मैंने एसएल4 श्रेणी में युगांडा पैरा-बैडमिंटन टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीतकर शानदार शुरुआत की है। अभी, मेरा ध्यान राष्ट्रीय पैराबैडमिंटन चैंपियनशिप जीतने पर है जो कि दिसंबर के अंत में ओडिशा में आयोजित किया जाएगा।