द न्यूज 15
चंडीगढ़। सुनील जाखड़ ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा कि अब कांग्रेस को एक ऐसे चेहरे की जरूरत है जो कार्यकर्ताओं को विश्वास दिला सके कि वो पार्टी बेचेगा नहीं।
पंजाब में कांग्रेस पार्टी की करारी हार के बाद पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी कुछ कांग्रेस नेताओं के निशानें पर हैं। पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ लगातार चन्नी को निशानें पर ले रहें हैं। द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए जाखड़ ने चन्नी पर खूब निशाना साधा। सुनील जाखड़ ने कहा कि अगर वह इतनी ही बड़ी संपत्ति थे, फिर उन्हें CWC में आमंत्रित क्यों नहीं किया गया?
सुनील जाखड़ ने राज्यसभा सांसद अम्बिका सोनी पर निशाना साधते हुए कहा कि, “एक नेता ने CWC को बताया कि चन्नी एक संपत्ति थें। मेरे लिए यह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाने की उनकी सिफारिश को सही ठहराने की कोशिश जैसा लगता है। अंबिका सोनी और हरीश रावत ने आलाकमान के सामने अपना पक्ष रखा था। अंबिका सोनी ने ही चन्नी को 2015 में नेता प्रतिपक्ष बनाया था। मैं उसके दुस्साहस पर चकित हूं, लेकिन असली चन्नी बेनकाब हो गया है।”
चरणजीत सिंह चन्नी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए सुनील जाखड़ ने कहा कि, “वो जेल नहीं गएं, लेकिन उनके भतीजे से 10 करोड़ रुपये बरामद किए गए। उनका भतीजा बैंक खाते में जमा 25 करोड़ रुपए का हिसाब नहीं दे पाया। राजनीति धारणा के बारे में है। अमरिंदर सिंह को भी प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर बादल के साथ घुलते-मिलते नहीं देखा गया, फिर भी यह एक धारणा थी। चन्नी के मामले में ऐसा था जैसे कल नहीं आने वाला है। यह मामला 111 दिनों तक धन इकट्ठा करने वाला था, जिसने कांग्रेस को अंदर कर दिया।”
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सुनील जाखड़ ने आगे कहा कि, “आप भ्रष्टाचार से भ्रष्टाचार करके नहीं लड़ सकते। अब आपको कार्यकर्ताओं को यह आशा देने के लिए एक विश्वसनीय चेहरे की आवश्यकता है कि उनका नेता कांग्रेस पार्टी को नहीं बेचेगा। मुझे पता है कि यह एक अनचाही सलाह है।”
सुनील जाखड़ ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान कहा कि, “पंजाब घटनाक्रम की पूरी स्क्रिप्ट हरीश रावत और अंबिका सोनी ने लिखी थी। बाकी का काम चरणजीत चन्नी ने किया। हरीश रावत ही सिद्धू को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष बनाना चाहते थें। मैंने राहुल गांधी को पहले ही बता दिया था कि मैं चन्नी को अपना नेता नहीं मानता।”