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खबर आ रही हैं पडोसी मुल्क पाकिस्तान से जहाँ लगता हैं डूबते पाकिस्तान को तिनके का सहारा मिल गया हैं, और वो सहारा बना हैं IMF का 3 अरब डॉलर का क़र्ज़,अगर ये क़र्ज़ पाकिस्तान को नहीं मिलता तो वह कंगाल हो जाता अब उसे कुछ महीनो की राहत मिल गयी हैं, पर अभी हैं पाकिस्तान पर क़र्ज़ का पहाड़ !
IMF का कर्ज हैं, पाकिस्तान की बड़ी मदद !
IMF पाकिस्तान के उन हालातो में काम आया हैं जब वह दुनिया से उम्मीद छोड़ चूका था ,इसके मायने ये हैं कि अगर 30 जून तक यह डील नहीं हो पाती तो उसे नए सिरे से और नए पैकेज के लिए IMF से बातचीत करनी पड़ती और शायद तब तक तो पाकिस्तान दिवालिया हो जाता।इस Deal को done करने के लिए पाकिस्तान को 8 महीने तक IMF से बातचीत करनी पड़ी,बीते महीने प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ IMF की चीफ से मिलने 4 बार गए थे,जब जाकर कही IMF ने पाकिस्तान को 3 अरब रुपया का लॉन दिया !
पाकिस्तानी मीडिया का कहना हैं की अभी ये डील पक्की नहीं हुई हैं,भले ही प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने इसकी घोषणा कर दी हैं, क्योकि इसका आखिरी फैसला IMF के बोर्ड मीटिंग में लिया जायेगा,पर ये पक्का हैं की ये पैसा पाकिस्तान को मिलेगा,बेहरहाल पाकिस्तान के खजाने में 3 अरब डॉलर तो आ ही जाएगें , Reports की माने तो 2019 में IMF के साथ पाकिस्तान की 2019 में कुल 6.5 अरब डॉलर के ‘बेलआउट पैकेज’ पर IMF से Deal हुई थी। ये Deal 30 जून 2023 को खत्म होने वाली थी।पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार एक अच्छी खबर यह हैं कि 2019 के Program के 2.5 अरब डॉलर बकाया थे, लेकिन अब IMF 3 अरब डॉलर दे रहा हैं। अब देखना ये होगा की सरकार इसका इस्तेमाल कैसे करती हैं !
पाकिस्तान को कर्ज़ मिलने का फायदा !
आपको बता दे की पाकिस्तान को इस साल के सितम्बर तक 17 Billion डॉलर का सूत चीन,सऊदी अरबी ,और UAE जैसे देशो को चुकाना हैं लेकिन अब उसे IMF से मिले कर्ज की वजह से क़र्ज़ चुकाने में राहत मिल जायेगी और शायद वे उसे नया कर्ज भी मिल जाये, क्युकी इन मुल्कों की शर्त ये थी कि अगर IMF पाकिस्तान को क़र्ज़ देता है तो ही इसके बाद ये देश फंड देंगे। यदि साफ़ शब्दो में कहे तो इन देशो को अपने पैसे की गारंटी चाहिए थी।
इस डील के बाद पाकिस्तान इन पैसो से OIL, GAS, फूड प्रोडक्ट्स Import करा सकेगा और इसका सीधा फायदा पाकिस्तान में ऑक्टूबर में होने वाले आम चुनाव में शहबाज़ सरकार को होने की उम्मीद ज़्यादा दिख रही हैं क्योकि पाकिस्तान की महंगाई दर 40% बढ़ी हुई हैं,वही साथ ही आप को बता दे की जो दूसरे देश पकिस्तान को क़र्ज़ देंगे उनकी एक ही शर्त होगी की वो पैसा पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में ही रहेगा और यदि कुछ खरीदना भी हैं तो उसे उन देशो की Permission की जरुरत होगी !
शुक्रवार को जब पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने इस लोन की घोषणा की तो पाकिस्तान के फाइनेंस मिनिस्टर इशाक डार भी मौजूद थे, शाहबाज़ शरीफ ने कहा की “जब भी किसी International leader से मिलता हूं, तो उसके Face को देखकर लगता हैं, जैसे उसे इस बात का डर हो कि मैं उनसे कर्ज मांगने ही आया हूं”
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहबाज ने आगे कहा- “चीन की Commercial Bank ने हमें इस बुरे वक़्त में 5 अरब डॉलर का लोन दिया। सऊदी अरब भी जल्द ही 2 अरब डॉलर देगा। इसके अलावा UAE के साथ Islamic Development Bank भी हमे 1-1 अरब डॉलर देने का वादा कर चूका हैं।
IMF ने पहले भी दी थी पाकिस्तान को नसीयत जब फरवरी में जब पाकिस्तान बिलकुल डिफ़ॉल्ट होने वाला था तभी पाकिस्तानी फाइनेंस मिनिस्टर इशाक डार ने एक बयां दिया और कहा की हम अपने फैसले खुद से ही करेंगे, IMF कौन होता हैं हम भाषण देने वाला ! उसी के जवाब में IMF की मैनेजिंग डायरेक्टर क्रिस्टलिना जियोर्जिवा ने कहा की पाकिस्तान पहले तो एक मुल्क की तरहा बर्ताव करे,पाकिस्तान एक बहुत ही खतरनाक जगह बनता जा रहा हैं,जहाँ सारा सिस्टम क़र्ज़ के पैसो से चल रहा हैं,IMF पाकिस्तान को क़र्ज़ देता हैं गरीबो की भलाई के लिए और पाकिस्तान उसे इस तरह से इस्तेमाल करता हैं जिससे मुल्क के अमीरो को ही फायदा होता हैं,उस पर इस वक्त 123 अरब डॉलर का कर्ज हैं। महंगाई दर 40% से ज्यादा हो चुकी हैं।
‘ग्रीक सिटी टाइम्स’ को दिए इंटरव्यू में IMF चीफ ने कहा :- हमने पाकिस्तान को कहा था की वो 2 चीज़ो पर ज़्यादा फोकस करे पहला हैं की वो अपने देश में Tax Collection बढ़ाये, आगे वो कहती हैं की बड़े ताजुब की बात हैं की पाकिस्तान में कुछ लाख लोग ही टैक्स देते हैं,दूसरा कहा की वो अपने देश की सब्सिडी Syestem को बदले,ये क्या तरीका हैं की IMF से क़र्ज़ लेकर जाते हैं और उसका फायदा पूरा अमीरो को होता हैं न की गरीबो को जिनको सही मायने में उस की ज़रुरत हैं !