भारत ने 14 दिसंबर(बुधवार) को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की बैठक की अध्यक्षता करते हुए पाकिस्तान को करारा जवाब दीया है। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी को यूएन में कश्मीर का मुद्दा उठाए जाने के बाद, बिना पाकिस्तान का नाम लिए दो टूक जवाब दीया। आईए जानते हैं पूरा मामला
UN में एस जयशंकर ने पाकिस्तान को क्या कहा
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में (UNSC) की बैठक में ‘अंतरराष्ट्रीय शांति, सुरक्षा और सुधारित बहुपक्षवाद के लिए नई दिशा’ विषय पर खुली बहस की अध्यक्षता करते हुए जयशंकर ने कहा, ‘हम स्पष्ट रूप से आज बहुपक्षवाद में सुधार की तात्कालिकता पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. स्वाभाविक रूप से हमारे अपने विशेष विचार होंगे, लेकिन कम से कम एक समानता बढ़ रही है कि इसमें और देरी नहीं की जा सकती.’ विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि, जिस देश ने अल कायदा आतंकी ओसामा बिन लादेन की मेज़बानी की और पड़ोसी देश की संसद पर हमला किया, उसके पास उपदेश देने का हक नहीं । भारत की यह प्रतिक्रिया तब आई जब बिलावल भुट्टो ने यूएनएससी की भारत की दिसंबर की अध्यक्षता के तहत सुधारित बहुपक्षवाद (NORM) के लिए नई ओरिएंटेशन पर बहस के लिए बुलाई गई बैठक के दौरान कश्मीर का मुद्दा उठाया.
क्या कहा था पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने
बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि UNSC मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि सुरक्षा परिषद की छतरी के नीचे बहुपक्षीय समाधान शांति को बढ़ावा देने और संघर्षों को हल करने के लिए सबसे प्रभावी दृष्टिकोण प्रदान करते हैं. भुट्टो ने यह भी कहा कि यदि आप(भारत) बहुपक्षवाद की सफलता देखना चाहते हैं तो आप (भारत) कश्मीर की बात आने पर यूएनएससी के प्रस्ताव को लागू करने की अनुमति दे सकते हैं. साबित करें कि बहुपक्षवाद सफल होता है, साबित करें कि आपकी (भारत) अध्यक्षता में यूएनएससी सफल हो सकता है और हमारे क्षेत्र में शांति प्रदान कर सकता है.
बता दें की एस जयशंकर ने जबसे विदेश मंत्रालय का कार्यभार संभाला है, तबसे ही वह एसे कूटनीतिक बयानों के कारण सूर्खियां बटोरते आ रहे हैं।
भारत की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC ) की अध्यक्षता
भारत ने सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता 1 दिसंबर 2022 को शुरू की। भारत की अध्यक्षता के चलते, 14 दिसम्बर को, ‘सुधारित बहुपक्षवाद’ के मुद्दे पर और 15 दिसम्बर को आतंकवादी कृत्यों के कारण अन्तरराष्ट्रीय शान्ति व सुरक्षा के मुद्दे पर उच्चस्तरीय बैठक होगी । यह दूसरी बार है जब भारत ने सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता संभाली है, इससे पहले भारत ने अगस्त 2021 सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता की थी । संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थाई सदस्य के तौर पर भारत की मौजूदा दो-वर्षीय सदस्यता जनवरी 2021 में आरम्भ हुई थी जो की दिसम्बर 2022 में समाप्त हो रही है.
वहीं आज संयुक्त राष्ट्र परिसर में स्थित नॉर्थ लॉन में, यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेश और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने महात्मा गांधी की अर्द्ध-प्रतिमा का अनावरण किया ।
राशि दुबे