पूसा डा राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविधालय स्थित विद्यापति सभागार में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के तत्वाधान में क्रियात्मक शोध आधारित उन्मुखीकरण विषय पर तीन दिवसीय कार्यशाला शुरू हुई। जिसकी अध्यक्षता करते हुए कुलसचिव डाॅ.मृत्युंजय कुमार ने कहा कि बिहार में प्रतिभवान बच्चों की कमी नहीं है। शिक्षकों एवं अविभावकों का प्रथम दायित्व बनता है कि अपने संस्थान के बच्चों को सही दिशा में तरासने का हरसंभव प्रयास करने की जरूरत है। शिक्षक अपनी प्रतिभा व कौशल से बच्चों कोे रूचीकर शिक्षा के साथ भविष्य की जरूरतो के अनुरूप बच्चों को संवारने की बड़ी जिम्मेवारी निभाते है। इसमें एैसे प्रशिक्षण काफी लाभकारी होते हैं। जो लक्ष्य को पूर्ण करने में अहम भूमिका निभाते हैं। डीपीओ मानवेन्द्र कुमार ने कहा कि बीते कुछ वर्षो में समस्तीपुर जिला अपने बेहतर प्रदर्शन से चर्चा में रहा है। इसमें जेएनवी में नामांकन के रजिस्ट्रेशन के मामले में लगातार दो वर्षो तक देश में पहले स्थान पर आना, राज्य स्तर की कई प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान पाना शामिल है। इसे आगे भी जारी रखने की जरूरत है। उन्होंने शिक्षको से कहा कि बच्चों में शिक्षा के प्रति उत्कंठा जागृत करना एक बड़ी कला है। इसे प्रत्येक शिक्षक कों आना चाहिए। उन्होंने आयोजको से कहा कि वे अतिथियो के सम्मान के लिए बुके के बदले बुक देने के सिस्टम को प्रभावी बनाये। प्रशिक्षुओं से कहा कि वे कार्यशाला में प्राप्त ज्ञान के बाद इसका फीडबैक व आगामी वर्क प्लान से अवगत कराने की जरूरत है। समारांेह की अध्यक्षता प्राचार्य डाॅ.आकांक्षा कुमारी, संयोजन समन्वयक प्रशांत भास्कर एवं संचालन डाॅ.अंकिता ने किया