शासन-प्रशासन के साथ ही समाज के लिए भी चिंता विषय है दिल्ली में दोहरा हत्याकांड

चरण सिंह 
घर पर आकर परिचित होने का दिखावा करते हुए हत्या करने के मामलों को गंभीरता से लेने की जरूरत है। शासन-प्रशासन के साथ ही समाज के लिए भी यह चिंता का विषय है। कैसे ऐसे लोगों की पहचान हो जो आपके अपने बनकर आपकी जान के दुश्मन बने हुए हैं। इस तरह के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इस तरह की वारदात को अंजाम देने के लिए दिवाली या होली पर चुना जाता है। इस दिवाली पर दिल्ली में जो दोहरा मर्डर हुआ है, यह समाज को बहुत कुछ सोचने के लिए मजबूर कर रहा है।
सुरक्षा को लेकर लोग घर के बाहर खतरा महसूस करते रहे हैं। कानून व्यवस्था को लेकर भी यही कहा जाता है कि आम आदमी तो यही चाहता है कि वह सुबह का निकला शाम को घर सुरक्षित वापस लौट आये। जब घर पर आकर ही परिचित होने का दिखावा करते हुए कोई हत्या कर दे तो क्या किया जा सकता है ? वारदात को भी देश की राजधानी दिल्ली में अंजाम दिया जाए।
दरअसल दिवाली पर कुछ लोग आते हैं। घर के बाहर गली में पटाखे चला रहे व्यक्ति के पैर छूते हैं और जब यह व्यक्ति पटाखे चलाकर घर की ओर मुड़ता है तो पीछे से फायरिंग कर देते हैं। फरार होते हुए जब गोली लगे व्यक्ति का भतीजा इनका पीछा करता है तो उस पर फायरिंग कर दी जाती है। इस मामले में इस व्यक्ति और भतीजे की मौत हो गई है और बेटा घायल है।
दरअसल दिल्ली के शाहदरा जिला के फर्श बाजार इलाके में दिवाली की रात में बृहस्पतिवार शाम चाचा और नाबालिग भतीजे की गोली मारकर हत्या कर दी गई। जिस तरह से करीब 8.30 बजे आकाश अपने बेटे और भतीजे के साथ पूजा करने के बाद घर के बाहर पटाखे चला रहे थे। वहां दो बदमाश आये और गोलीबारी कर दी।
देखने की बात यह है कि इन बदमाशों में से एक ने पहले आकाश के पैर छुए और जब वो घर के अंदर जाने लगे तो दूसरे बदमाश उन पर फायरिंग की। मतलब पीछे से वार। फरार होने के वक्त जब आकाश के भतीजे ऋषभ ने बदमाशों का पीछा किया तो बदमाशों ने उसपर भी फायरिंग कर दी। इस मामले में आकाश और उनके भतीजे की मौत हो गई और बेटा कृष घायल है। इस मामले में 5 राउंड गोली चलाने की बात सामने आ रही है। मामला यह निकलकर सामने आ रहा है कि पैसों को लेकर विवाद से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है।
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