
जम्मू कश्मीर के पहलगाम ने आतंकियों ने मंगलवार को पर्यटकों पर हमला कर दिया। सूत्रों के मुताबिक, इस आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ है। सूत्रों के मुताबिक, दो से तीन हमलावर पुलिस की वर्दी में थे और इस हमले के पीछे आतंकी संगठन टीआरएफ के हाथ होने की आशंका है। अमरनाथ यात्रा की शुरुआत पहलगाम से ही होती है। इस साल 3 जुलाई 2025 से अमरनाथ यात्रा शुरू होने वाली है और रक्षाबंधन पर 9 अगस्त 2025 को समाप्त होगी. ये हमला ऐसे वक्त में हुआ है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब की यात्रा पर हैं और अमेरिका के उप राष्ट्रपति जेडी वेंस भारत में हैं।
आतंकी हमले की बातें
पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 10 लोग घायल हुए हैं. सूत्रों ने इसकी जानकारी थी. इसमें कुछ स्थानीय लोग भी शामिल हैं. दो लोगों की मौत हो गई है. बैरसन घाटी में आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध फायरिंग की
घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है।
आतंकी हमले के बाद इलाके में सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
घटनास्थल के लिए डीजीपी और आईजी रवाना हुए।
सूत्रों के मुताबिक, राजस्थान के पर्यटकों पर हमला किया गया है।
आतंकी हमले के बाद वहां मौजूद पर्यटक सुरक्षित जगहों पर जा रहे हैं।
अभी तक आतंकी अपनी पहचान छुपाने के लिए आर्मी की ड्रेस में आते थे लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है जब वो पुलिस की वर्दी में आए।
आतंकी संगठन टीआरफ लश्कर-ए-तैयबा की ही ‘दूसरा’ नाम है। जब पूरी दुनिया ने लश्कर पर प्रतिबंध लगाए तो इन्होंने नाम बदल दिया। करीब चार-पांच साल पहले ये नाम सामने आया था.
उस वक्त टीआरएफ ने उत्तर कश्मीर के कई इलाकों में हमलों को अंजाम दिया।
चश्मदीद ने दावा किया कि आतंकियों ने नाम पूछकर गोली मारी।
आतंकी हमले के बाद भारी फोर्स को बुलाया गया है। एक चश्मदीद ने कैमरे पर बताया, “एक इंसान आया और उसने उसको गोली मार दी। उसने बोला शायद मुस्लिम नहीं है तो उसको गोली मार दी.” पहलगाम से पांच-छह किलोमीटर की दूरी पर ये टूरिस्ट स्पॉट विकसित किया गया था. स्थानीय लोग यहां पर छोटा-मोटा रोजगार करते हैं।