उत्तर प्रदेश की फ़तेह के लिए जुटे अमित शाह

लखनऊ (द न्यूज़ 15)| उत्तर प्रदेश में बीजेपी को दोबारा जीत की और पहुंचने के लिए पार्टी के चाणक्य माने जाने वाले अमित शाह ने विपक्षियों को मात देने के लिए अपनी व्यूह रचना तैयार करनी शुरू कर दी है। शाह ने 2014 से ही यूपी को पढ़ना शुरू कर दिया था। इसके बाद 2017 फिर 2019 में वह यहां के चप्पे-चप्पे से वाकिफ हो गए। यहां की भौगोलिक और राजनीति परिस्थितियों को बहोत अच्छे से समझ चुके हैं। इसी कारण वह पहले की तरह ही दिन में जनसभा और रात में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ मुलाकात करके रणनीति तैयार कर रहे हैं। पार्टी के रणनीतिकार बताते हैं कि शाह को पता है कि 2022 से ही 2024 के जीत का रास्ता तय होगा। इसीलिए उन्होंने अपने यूपी का चुनावी अभियान शुरूआत में ही बता दिया था कि केन्द्र में अगर वर्ष 2024 में नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाना है तो 2022 में एक बार फिर से योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाना होगा। उनके इस बयान के अपने अलग ही मायने हैं। उसी रणनीति पर भाजपा ने काम करना भी शुरू किया है।

अमित शाह रैलियों और रात की बैठकों के जरिए न सिर्फ सांगठनिक तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे हैं, बल्कि अपने पुराने अंदाज में टिकटों पर चर्चा भी कर रहे हैं। हरदोई और सुल्तानपुर में जनसभाओं के बाद अमित शाह काशी पहुंचे और रात में संगठनात्मक बैठक की। बैठक अमित शाह के पुराने अंदाज की ओर इशारा करती है, जो चुनाव प्रबंधन में माहिर माने जाते हैं। इसके बाद वह मुरादाबाद, अलीगढ़ और उन्नाव में विपक्षियों पर जमकर किसी को लैब बताकर घेरा तो किसी के निजाम की कहानी बयां की। इसके बाद राजधानी लखनऊ में अमित शाह की अध्यक्षता में भाजपा मुख्यालय में हुई बैठक में अवध और कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र की चुनावी तैयारियों की समीक्षा के साथ आगामी योजनाओं पर भी मंथन किया।

लखनऊ की बैठक में विधानसभा चुनाव से पहले कोरोना के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर प्रदेश की भाजपा सरकार एक ओर जहां कोविड नियंत्रण के बेहतर प्रबंधन पर फोकस करेगी, वहीं दूसरी ओर संगठन डिजिटल प्लेटफार्म का उपयोग कर चुनाव प्रबंधन करेगा। सूत्रों के मुताबिक बैठक में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच चुनाव पर चिंता जताई गई। पदाधिकारियों ने कोरोना नियंत्रण के बेहतर प्रबंधन, अस्पतालों में इलाज के पर्याप्त इंतजाम, कोरोना की दूसरी लहर में रही कमियों को दूर करने और डिजिटल प्लेटफार्म का उपयोग करने की सलाह दी।

कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान पार्टी डिजिटल माध्यमों का प्रयोग अच्छे से कर चुकी हैं। डिजिटल कार्यक्रम सफल रहे हैं, इसलिए विचार किया जाए कि चुनाव के दौरान भी डिजिटल रैलियों से संवाद किया जाए। जरूरत पर छोटे कार्यक्रम शारीरिक दूरी का ध्यान रखते हुए किए जा सकते हैं। शाह बरेली की जनविश्वास यात्रा में शामिल होंगे। वहां पर भी रात्रि विश्राम में आगे की रणनीति तैयार करेंगे।

Related Posts

जीतन राम मांझी ने किया चंद्रशेखर पर पलटवार, भारत आर्थिक रूप से आ गया है सातवें स्थान पर 

द न्यूज 15 ब्यूरो  पटना। विधानसभा चुनाव की घोषणा भले ही न हुई हो पर आरजेडी नेता और पूर्व शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी को पाखंडियों…

कांग्रेस सांसद अखिलेश सिंह ने तेजस्वी को बताया महागठबंधन का सीएम चेहरा

-बिहार की सियासत में हलचल -नीतीश पर साधा निशाना -ईवीएम पर उठाए सवाल -चिराग और निशिकांत दुबे पर भी किया प्रहार पटना।दीपक कुमार तिवारी। बिहार की राजनीति में आगामी विधानसभा…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You Missed

 हरियाणा के पत्रकारों की समस्याओं का कराया जाएगा समाधान : राज्यपाल

  • By TN15
  • April 22, 2025
  • 5 views
 हरियाणा के पत्रकारों की समस्याओं का कराया जाएगा समाधान : राज्यपाल

पुलिस की ड्रेस में आए थे आतंकी 

  • By TN15
  • April 22, 2025
  • 6 views
पुलिस की ड्रेस में आए थे आतंकी 

कांग्रेस भुनाएगी वक्फ संशोधन कानून के विरोध में हो रहे आंदोलन को ?

  • By TN15
  • April 22, 2025
  • 7 views
कांग्रेस भुनाएगी वक्फ संशोधन कानून के विरोध में हो रहे आंदोलन को ?

“अजमेर से इंस्टाग्राम तक: बेटियों की सुरक्षा पर सवाल”

  • By TN15
  • April 22, 2025
  • 7 views
“अजमेर से इंस्टाग्राम तक: बेटियों की सुरक्षा पर सवाल”

शब्दों से पहले चुप्पियाँ थीं

  • By TN15
  • April 22, 2025
  • 7 views
शब्दों से पहले चुप्पियाँ थीं

नई दिल्ली स्थित गांधी शांति प्रतिष्ठान के ऐतिहासिक सभागार में सिटीजंस फॉर डेमोक्रेसी स्वर्ण जयंती कांफ्रेंस

  • By TN15
  • April 22, 2025
  • 11 views
नई दिल्ली स्थित गांधी शांति प्रतिष्ठान के ऐतिहासिक सभागार में सिटीजंस फॉर डेमोक्रेसी स्वर्ण जयंती कांफ्रेंस