
नोएडा सेक्टर 93 सुपर एमआईजी सनातन धर्म मंदिर में आयोजित श्रीराम कथा के तीसरे दिन कथा व्यास महामंडलेश्वर स्वामी पंचमानंद जी महाराज ने नारद मोह, जय विजय श्राप एवं राम जन्म की भावपूर्ण कथा सुनाई। नारद जी भगवान की तपस्या में रत हैं ऐसे में कामदेव उनकी तपस्या भंग करने का प्रयास करता है लेकिन तपस्या भंग नहीं कर पाता है। नारद को अभिमान हो जाता है और वह इस बात को ब्रम्हा जी, शिव जी और विष्णु भगवान को बताते हैं। भगवान विष्णु अपनी माया से उनका अहंकार नष्ट कर देते हैं। कथा व्यास ने राम जन्म का रोचक प्रसंग सुनाया। राजा दशरथ के कोई संतान नहीं है इससे चिंतित हो जाते हैं। गुरु से परामर्श के बाद श्रृंगी ऋषि पुत्रेष्टि यज्ञ कराते हैं जिसमे अग्निदेव खीर लेकर प्रकट होते हैं। उस खीर को तीनों रानियों में बांट दिया जाता है। समय आने पर महारानी कौशल्या के गर्भ से राम, सुमित्रा से लक्ष्मण और शत्रुघ्न और कैकई से भरत का जन्म होता है। अयोध्या में खुशियों की लहर दौड़ जाती है। राजा दशरथ दोनों हाथों से राज्य के लोगों को दान देते हैं। कथा स्थल पर श्रद्धालुओं ने धूमधाम के साथ राम जन्म मनाया साथ ही संगीत की मधुर ध्वनि पर जमकर नृत्य किया।
9 अप्रैल को बाल लीला, विश्वामित्र यज्ञ रक्षा, अहिल्या उद्धार आदि प्रसंगों का वर्णन किया जाएगा।
इस अवसर पर शैलेश द्विवेदी, वीरेंद्र द्विवेदी, राजेश कुमार गुप्ता, राजवीर सिंह, वीरेंद्र कुमार राय, राघवेन्द्र दूबे, देवमणि शुक्ल , रवि राघव , गोरे लाल, संजय पांडे, हरि शंकर सिंह, रमेश चंद्र शर्मा, रमेश चंद्र दास, हंसमणि शुक्ल ,विश्वनाथ त्रिपाठी, गौरव, उमाकांत त्रिपाठी, रमेश वर्मा, सी एल तिवारी, राम भजन सिंह, संदीप पांडेय,अंगद सिंह तोमर, संजय कर्ण, सर्वेश कुमार तिवारी, दिनेश पाठक, अवनीश कुमार तिवारी, संगम प्रसाद मिश्र, शिव चौधरी, एल एस तिवारी, अजय सिंह, सत्येन्द्र प्रताप सिंह, अनिल चौधरी, सहित तमाम सेक्टरवासी भक्त मौजूद रहे।