ऐसा नहीं कि अच्छे आदमी की क़दर नहीं

ऊषा शुक्ला

ऐसा कहा जाता है कि या कुछ लोग ऐसा कहते हैं कि के अच्छे आदमी की क़दर नहीं है । ऐसा नहीं है अच्छे आदमी की सदैव ही क़दर रही है और सदा ही रहेगी । वो अलग बात है कि दो चार लोग निंदा करने वाले मिल ही जाते हैं । पर सारी दुनिया उन कुछ निंदा करने वाले लोगों से थोड़े ही ना चलती है । भगवान सदैव अच्छे लोगों के साथ रहता है । हो सकता है किसी काम को आप करना चाहते हो पर पूरा नहीं हो पा रहा हो। आपको लगता होगा कि शायद मैं अच्छा आदमी हूँ और मैं ईमानदार हो फिर भी मेरा यह कार्य पूरा नहीं हो पा रहा है । इससे आप भगवान के नज़रिए से समझें कि हो सकता है कि जो काम आप करने जा रहे हो उसे आपका नुक़सान हो रहा हो । आप फिर भी वही काम करना चाहते हो आप फिर भी वही चाहते हो की मुझे यह मिल जाए या मैं यह काम करो तो भगवान तो आप अच्छे के साथ रहना भगवान आपका बुरी कैसे करेगा । बस इसलिए भगवान वह सब नहीं करता जो आप चाहते हो और भगवान वह सब करता है जो आपके लिए अच्छा होगा । सत्य में इतनी पावर होती है कि कोई भी झूठ सत्य के सामने टिक नहीं सकता है। आपके सदैव बलवान था और बलवान रहेगा। यह बेकार की बात है कि सत्य की क़दर नहीं है।

सत्य की हमेशा से क़दर रही है और रहेगी । वो अलग बात है कि चार पाँच लोग सत्य के विपक्ष में खड़े रहते हैं। और झूठ पर विश्वास करते हैं पर सच्चाई तो यह है कि वो भी जानते हैं कि सच के साथ भगवान भी रहते हैं। अगर आप अच्छे कर्म करोगे तो आपके साथ अच्छा ही होगा। आप सत्य की राह पर चलोगे तो आपके साथ बहुत अच्छा होगा। परंतु यदि आप बुरे कर्म करते हो अगर आप सत्त्य की राह पर नहीं चलते हो तो भगवान आपका विनाश करेगा। आदमी कहता है कि जो कुछ कर रहा है वो भगवान कर रहे हैं नहीं। ज़रा सोचो भगवान ने आपको खेत भी दे दिया, साथ में बीज भी दे दी। अब यह आप पर निर्भर है कि आप क्या लगाते हो। आप कौन सी फ़सल लगाते हो वही फ़सल तो आप काटोगे। भगवान ने आपको इतना सुंदर शरीर दिया है , दो हाथ दो पैर दिये है। आपको धरती पर काम करने के लिए भेजा हैं। भगवान ने आप को बुद्धि देकर धरती पर मेहनत से सत्कर्म करने के लिए भेजा है। पर आप ग़लत रास्ते पर चल रहे हो। आप पाप कर रहे हो। आप दूसरे का पैसा हड़प रहे हो। आप दूसरे की मेहनत की कमाई हड़पने के लिए षड्यंत्र कर रहे हो। तो ज़रा सोच लो तुम कैसी फ़सल काटने वाले हो। ये समय है , यह जवानी, जीवन भर तो रहने वाली नहीं है। आप भी बूढ़े होंगे । और तब आपको सहारे की ज़रूरत होगी। ज़रा सोचिए आपने अपनी मेहनत से एक पैसा नहीं कमाया। तो क्या आपको सेवा मिल पाएगी।

आपकी इतनी दुर्गति होगी आप सोच भी नहीं सकते । भगवान आपको हर क्षण देख रहे हैं। आप जो भी कर्म करते हो उस पर किसी की नज़र भले ही न हो और उस पर भगवान की नज़र हर क्षण रहती है। मनुष्य जब भी बुरे कर्म करता है या कोई चोरी करता है तो दाएँ देखता है की मुझे कोई देख तो नहीं रहा है फिर बांये देखता है कि मेरी चोरी को, मेरे बुरे कर्म को कोई अड़ोसी पड़ोसी देख तो नहीं रहा है। फिर आगे दिखता है फिर पीछे दिखता है कि कहीं कोई मेरी षड्यंत्र को देख तो नहीं रहा है। पर मूर्ख मनुष्य ऊपर नहीं देखता कि भले ही तुम दुनिया से छुपा लो पर उपरवाले से कैसे छुपाओ । ऊपर वाले से झूठ कैसे बोल पाओगे। यह मान कर चलें कि जो भी बुरे कर्म कर रहे हो उसका फल इसे ज़नम मिलने वाला है। मरना तो सबको है , और मरने के बाद आपके षड्यंत्र काम में नहीं आएंगे।

कौन जाने आपको कौन सी भूत प्रेत योनी में जाना पड़ जाए। आपके कर्म का एक एक हिसाब होगा। जब आप निराश हुआ और आपके साथ कुछ भी अच्छा न हो रहा हो तब भी आप सत्य के रास्ते पर चलें और भगवान को याद करें। देखिए ईश्वर कैसे चमत्कार करता है। तूने सोचा भी नहीं होगा कि ईश्वर आपके जीवन में अलौकिक चमत्कार कर देता है और आप ने जो चाहा था और जो आपने नहीं भी चाहा था उससे भी अच्छा ईश्वर आपके साथ कर देता है। इतना विश्वास रखो कि जो भी आप करोगे वैसा ही आपके साथ होगा। आप अगर अच्छा करोगे तो आपके साथ अच्छा ही होगा। ईश्वर पर विश्वास रखने की ज़रूरत है। सच्चे और अच्छे रास्ते पर चलने की ज़रूरत है। अगर किसी का भला नहीं कर सकते हो तो किसी का बुरा भी नहीं करना चाहिए। ईश्वर सचमुच धरती पर है और वह केवल मात्र आपके अच्छे कर्म से ही आप पर प्रसन्न होता है ना कि आपके पूजा पाठ से या आपके कीर्तनों और सत्संग में जाने से। भगवान केवल मात्र आपके अच्छे कर्म से ही आपको अच्छे फल देता है

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