राष्ट्र रक्षकों का सम्मान

युद्ध की आहट से लौटते कदम,
वो वीर, जो सीमाओं का श्रृंगार हैं,
छुट्टियों से अपने कर्तव्य की ओर,
बिना आरक्षण, बिना थके, बढ़ते हौसले हैं।

अगर रेलगाड़ी में उन्हें टॉयलेट के पास,
या किसी कोने में खड़ा पाएं,
तो अपने आरक्षित स्थान पर बैठाएं,
क्योंकि वे हमारे राष्ट्र की ढाल हैं।

सड़कों पर चलें अगर उनकी थकी पगडंडियाँ,
तो अपने वाहनों से अगले पड़ाव तक छोड़ आएं,
ये वही कंधे हैं, जिन्होंने सीमाओं को थामा है,
ये वही कदम हैं, जिन्होंने सरहदों को सजाया है।

राष्ट्र रक्षकों का सम्मान करें,
उनके बलिदानों का मान करें,
क्योंकि जब हम चैन से सोते हैं,
तब वे नींद का त्याग कर,
देश का कर्तव्य निभाते हैं।

डॉ. सत्यवान सौरभ

  • Related Posts

    “रिश्तों की रणभूमि”

    लहू बहाया मैदानों में, जीत के ताज सिर…

    Continue reading

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    You Missed

    कनाडा के पीएम मार्क कार्नी ने फोन कर पीएम मोदी को दिया जी-7 का न्योता 

    • By TN15
    • June 6, 2025
    कनाडा के पीएम मार्क कार्नी ने फोन कर पीएम मोदी को दिया जी-7 का न्योता 

    मुख्यमंत्री की गिरफ़्तारी का आदेश अवैध ?

    • By TN15
    • June 6, 2025
    मुख्यमंत्री की गिरफ़्तारी का आदेश अवैध ?

    कलशयात्रा के साथ श्री राम कथा का हुआ शुभारंभ

    • By TN15
    • June 6, 2025
    कलशयात्रा के साथ श्री राम कथा का हुआ शुभारंभ

    मालदीव की यात्रा के प्रति चेतावनी

    • By TN15
    • June 6, 2025
    मालदीव की यात्रा के प्रति चेतावनी

    भगोड़ा कह सकते हैं चोर नहीं  : विजय माल्या

    • By TN15
    • June 6, 2025
    भगोड़ा कह सकते हैं चोर नहीं  : विजय माल्या

    प्रेम प्रसंग में नाबालिग लड़की की हत्या, दो नाबालिग भाई, दो मामा, ममेरे भाई ने रचा था षड्यंत्र! 

    • By TN15
    • June 6, 2025
    प्रेम प्रसंग में नाबालिग लड़की की हत्या, दो नाबालिग भाई, दो मामा, ममेरे भाई ने रचा था षड्यंत्र!