फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली और राजनाथ सिंह ने दोनों देशों की सेनाओं के बीच मौजूदा सहयोग की समीक्षा की

नई दिल्ली| रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उनकी फ्रांसीसी समकक्ष फ्लोरेंस पार्ली ने शुक्रवार को दोनों देशों की सेनाओं के बीच मौजूदा सहयोग की समीक्षा की, जो महामारी की चुनौतियों के बावजूद बढ़ा है। रक्षा मंत्री सिंह और फ्रांस की सशस्त्र बल मंत्री फ्लोरेंस पार्ली के बीच नई दिल्ली में बातचीत हुई, जो कि भारत और फ्रांस के बीच तीसरी वार्षिक रक्षा वार्ता है। वार्षिक बैठक में विविध द्विपक्षीय, क्षेत्रीय, रक्षा तथा रक्षा औद्योगिक सहयोग के मुद्दों पर चर्चा की गई।

इस दौरान तालिबान के अधिग्रहण के बाद अफगानिस्तान की स्थिति और चीन और पाकिस्तान के साथ भारत के सीमा मुद्दों सहित अन्य जरूरी मुद्दों की एक विस्तृत श्रृंखला पर बातचीत हुई।

दोनों मंत्रियों ने सभी क्षेत्रों में रक्षा सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर भी चर्चा की।

भारत और फ्रांस ने हाल ही में नवंबर 2021 में फ्रांस में आतंकवाद विरोधी अभियानों पर केंद्रित अपने वार्षिक द्विपक्षीय सैन्य अभ्यास, शक्ति का समापन किया है। दोनों देशों के बीच भविष्य के सहयोग तथा सह-उत्पादन पर केंद्रित रक्षा औद्योगिक सहयोग पर चर्चा की गई।

दिल्ली की अपनी यात्रा के बारे में, फ्रांसीसी मंत्री ने कहा, “मैं भारत आकर खुश हूं। भारत और फ्रांस की दोस्ती अनमोल है। हाल के वर्षों में हमारा एक-दूसरे पर विश्वास इतना बढ़ गया है कि भारत की गंगा नदी और फ्रांस की सिएन नदी के बीच दूरी कम लगती है।”

पार्ली ने कहा, “हम ‘मेक इन इंडिया’ पहल के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। ‘मेक इन इंडिया’ फ्रांसीसी उद्योग के लिए एक वास्तविकता रही है, खासकर रक्षा उपकरणों के लिए, जैसे पनडुब्बियां।”

उन्होंने यह भी कहा कि अगर भारत चाहता है तो फ्रांस और अधिक राफेल जेट लड़ाकू विमानों की आपूर्ति करने के लिए तैयार है।

उन्होंने कहा, “हम भारत की ओर से की जा सकने वाली किसी भी अतिरिक्त जरूरत या अनुरोध का जवाब देने के लिए तैयार हैं। हम जानते हैं कि एक विमानवाहक पोत (एयरक्रॉफ्ट कैरियर) जल्द ही वितरित किया जाएगा। एयरक्राफ्ट की आवश्यकता है। इसलिए हम ओपन हैं और अगर इसे लेकर भारत का निर्णय है तो हम और अधिक राफेल प्रदान करने के लिए तैयार हैं।”

दोनों देशों के बीच भविष्य के सहयोग और सह-उत्पादन पर ध्यान देने के साथ रक्षा औद्योगिक सहयोग पर विस्तार से चर्चा की गई है।

दोनों नेताओं ने सामरिक तथा रक्षा संबंधी अनेक मुद्दों पर अपनी सहमति व्यक्त की। उन्होंने द्विपक्षीय, क्षेत्रीय तथा बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग बढ़ाने के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जताई।

फ्रांस हिंद महासागर नौसेना सिम्पोजियम का वर्तमान चेयर है और 01 जनवरी, 2022 से यूरोपीय संघ की अध्यक्षता संभालेगा। दोनों मंत्रियों ने फ्रांस की अध्यक्षता में कई मुद्दों पर मिलकर काम करने का निर्णय किया।

इससे पहले, पार्ली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस यात्रा के दौरान पार्ली की अन्य भारतीय गणमान्य व्यक्तियों से मुलाकात भी संभावित है।

Related Posts

एलन मस्क की कंपनी ‘एक्स’ ने किया भारत सरकार पर मुकदमा

कहा- IT एक्ट का इस्तेमाल कर कंटेंट कर रहे ब्लॉक  नई दिल्ली/बेंगलुरु। एलन मस्क की कंपनी एक्स कॉर्प ने कर्नाटक हाईकोर्ट में भारत सरकार के खिलाफ याचिका दायर की है।…

45-47… ट्रंप की लाल टोपी पर आखिर ऐसा क्या लिखा था, जो हो गया सच साबित?

अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने जीत हासिल कर ली और अब वे अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति होंगे। इसी बीच डोनाल्ड ट्रंप की टोपी…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You Missed

 हरियाणा के पत्रकारों की समस्याओं का कराया जाएगा समाधान : राज्यपाल

  • By TN15
  • April 22, 2025
  • 5 views
 हरियाणा के पत्रकारों की समस्याओं का कराया जाएगा समाधान : राज्यपाल

पुलिस की ड्रेस में आए थे आतंकी 

  • By TN15
  • April 22, 2025
  • 5 views
पुलिस की ड्रेस में आए थे आतंकी 

कांग्रेस भुनाएगी वक्फ संशोधन कानून के विरोध में हो रहे आंदोलन को ?

  • By TN15
  • April 22, 2025
  • 6 views
कांग्रेस भुनाएगी वक्फ संशोधन कानून के विरोध में हो रहे आंदोलन को ?

“अजमेर से इंस्टाग्राम तक: बेटियों की सुरक्षा पर सवाल”

  • By TN15
  • April 22, 2025
  • 6 views
“अजमेर से इंस्टाग्राम तक: बेटियों की सुरक्षा पर सवाल”

शब्दों से पहले चुप्पियाँ थीं

  • By TN15
  • April 22, 2025
  • 4 views
शब्दों से पहले चुप्पियाँ थीं

नई दिल्ली स्थित गांधी शांति प्रतिष्ठान के ऐतिहासिक सभागार में सिटीजंस फॉर डेमोक्रेसी स्वर्ण जयंती कांफ्रेंस

  • By TN15
  • April 22, 2025
  • 8 views
नई दिल्ली स्थित गांधी शांति प्रतिष्ठान के ऐतिहासिक सभागार में सिटीजंस फॉर डेमोक्रेसी स्वर्ण जयंती कांफ्रेंस