
पटना में जेडीयू का बड़ा सियासी पोस्टर
पटना। दीपक कुमार तिवारी।
बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं, राज्य की राजनीति में सरगर्मी बढ़ती जा रही है। मुख्यमंत्री पद को लेकर एनडीए में उठते सवालों के बीच अब जेडीयू ने अपने अंदाज में जवाब दिया है। पटना स्थित जेडीयू कार्यालय के बाहर एक बड़ा पोस्टर लगाया गया है, जिस पर लिखा है —
“25 से 30, फिर से नीतीश”।
इसका सीधा अर्थ है कि पार्टी 2025 से 2030 तक फिर एक बार नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहती है और उन्हें ही एनडीए का चेहरा मान रही है।
यह पोस्टर ऐसे समय में लगाया गया है जब हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के एक बयान से एनडीए में भ्रम की स्थिति बन गई थी। सैनी ने कहा था कि बिहार में चुनाव डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी के नेतृत्व में लड़ा जाएगा, जिससे नीतीश कुमार की भूमिका पर सवाल उठने लगे थे।
हालांकि इस बयान के बाद एनडीए में तेजी से डैमेज कंट्रोल किया गया। खुद सम्राट चौधरी, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय, और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने स्पष्ट किया कि आगामी चुनाव में नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे।
बुधवार को इन तीनों नेताओं ने नीतीश कुमार से उनके आवास पर मुलाकात भी की, जिसमें आगामी कार्यक्रम और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 24 अप्रैल को मधुबनी दौरे को लेकर चर्चा हुई। इस दौरान यह भी तय माना जा रहा है कि नीतीश कुमार पीएम के साथ मंच साझा करेंगे।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि जेडीयू का यह पोस्टर न सिर्फ विरोधियों बल्कि सहयोगियों को भी एक साफ सियासी संदेश है कि नीतीश कुमार ही पार्टी और गठबंधन का चेहरा बने रहेंगे।
बिहार की राजनीति में अक्सर कहा जाता है—”यहां जो दिखता है, वो होता नहीं, और जो होता है, वो तुरंत दिखता नहीं।” ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में एनडीए किस रणनीति के साथ चुनाव मैदान में उतरता है और जनता का भरोसा किसे हासिल होता है।