

“जहाँ तुम हो, वहीं मेरा घर है। और अब ये घर 10 साल का हो गया है।” शादी की दसवीं सालगिरह शुरू होने पर…. कुछ पुरानी तस्वीरें फिर से…
घर-आँगन ख़ुशबू बसी, महका मेरा प्यार। पाकर तुझको है परी, स्वप्न हुआ साकार॥ ●●● मंजिल कोसो दूर थी, मैं राही अनजान। पता राह का दे गई, तेरी इक मुस्कान॥ ●●●…