नेपाल में बसे ISI एजेंट को करा ढे़र, करता था भारत में नकली नोटों की सप्लाई 

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ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि पाकिस्तान, भारत के पड़ोसी देश नेपाल से गतिविधियों को अंजाम दे रहा हो। भारत भी अब ऐसे लोगों और उनकी हरकतों पर नजर बनाए हुए है जो भारत की सुरक्षा के खिलाफ होते हैं। दोबारा नेपाल की राजधानी, काठमांडू में एक ISI एजेंट को मार गिराया है। पाकिस्तान की एजेंसी ISI के लिए काम कर रहे एजेंट का नाम लाल मोहम्मद उर्फ मोहम्मद दर्जी था जिसकी हत्या सोमवार की शाम को कर दी गई थी।

नेपाल में सभी उसे एक कपड़ों के कारोबारी के रूप में जानते थे। खबर ये आ रही है किं 19 September की रात को उसे मौत के घाट उतार दिया गया है, उसे दौड़ा-दौड़ा कर मारा गया, पर ये बात अभी तक साफ नहीं हुई है कि उसे आखिर मारा किसने है?

ISI एजेंट लाल मोहम्मद की एक वीडिओ सोशल मीडिया पर काफी वाइरल हो रही है जिसमें वो अपनी जान बचाते हुए भागता हुआ दिखाई देता है।

आखिर क्या करता था एजेंट मोहम्मद?

सूत्रों से पता चला है कि मोहम्मद भारत में नकली नोटों की सप्लाई किया करता था। पाकिस्तान और बांग्लादेश के जरिए जो नकली नोट नेपाल आते थे उन्हें वो प्राप्त करके भारत तक उनकी सप्लाई कराने का काम देखता था। इतना ही नहीं लाल मोहम्मद के संबंध अन्डवर्ल्ड गैंगस्टर दाऊद इब्राहीम के डी-गैंग से भी थे। खबर ये भी है कि लाल मोहम्मद ने लोजिस्टिक्स रिपोर्ट्स में भी ISI की बहुत मदद की थी और बाकी काईं अन्य ISI एजेंट्स को भी पनहा दी थी।

क्या दिखाया गया है वाइरल वीडिओ में

इस घटना का एक वीडिओ भी खूब वाइरल हो रहा है। वीडिओ में दिखाया गया है कि जब लाल मोहम्मद अपने घर के बाहर एक luxurious गाड़ी से उतरता है तो तभी 2 हमलावर उस पर फ़ाइरिंग शुरू कर देते हैं, वो बचने की कोशिश करते हुए अपनी गाड़ी के पीछे जाकर छुप जाता है लेकिन दोनों हमलावरों ने उसपर फ़ाइरिंग करना बंद नहीं किया।

जांच करते समय काठमांडू के जिला पुलिस रेंज के प्रमुख एसपी भारत बहादुर बोहरा और काठमांडू घाटी के क्राइम इंवेस्टिगेशन ऑफिस के चीफ जनक भट्टराई ने बताया कि जिस समय लाल मोहम्मद पर हमला हो रहा था तब उसकी बेटी अपने घर की छत पर मौजूद थी और अपने पिता को बचाने के लिए पहली मंजिल से कूद गई लेकिन जब तक वो अपने पिता के पास पहुंची वो दोनों हमलावर वहाँ से फरार हो चुके थे।

मोहम्मद को लगी तीन गोलियां

बताया जा रहा है कि लाल मोहम्मद को तीन गोलियां लगी थीं, जिसमें से दो सिर पर लगी और एक जांघ पर लगी थी। घटना के बाद लाल मोहम्मद को त्रिभुवन यूनिवर्सिटी (Tribhuwan University) के अस्पताल में ले जाया गया था लेकिन वो बच नहीं पाया और वहाँ उसने अपना दम तोड़ दिया।

इस घटना पर जांच चल रही है पर अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है कि आखिर वो दो हमलावर थे कौन जिसने ISI एजेंट लाल मोहम्मद को मौत के घाट उतार दिया।

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