उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ऐसे ही दूसरे नेताओं से अलग नहीं माना जाता है। योगी कुछ ऐसा करते हैं जो दूसरों से भिन्न होता है, एक अलग से संदेश जाता है। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर केंद्र सरकार की ओर से तो सात दिन का शोक घोषित किया गया है। साथ ही योगी आदित्यनाथ ने अलग से उत्तर प्रदेश में राजकीय शोक घोषित कर दिया। योगी आदित्यनाथ ने आदेश पारित कर दिया कि प्रदेश में कोई मनोरंजन कार्यक्रम नहीं होगा। दरअसल प्रख्यात अर्थशास्त्री रहे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का व्यक्तित्व ऐसा रहा है कि न केवल कांग्रेसी बल्कि दूसरे दलों के नेता भी उनका बहुत सम्मान करते रहे हैं। योगी आदित्यनाथ ने अपने प्रदेश में अलग से शोक घोषित कर अपने अंदाज में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। योगी आदित्यनाथ ऐसे नेता हैं जो न केवल समाजवाद के प्रणेता डॉ. राम मनोहर लोहिया को मानते हैं बल्कि पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर सिंह को अपना राजनीतिक गुरु मानते हैं।
चरण सिंह
बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री होने के बावजूद कई निर्णय बीजेपी विचारधारा से उठकर ले लेते हैं। अब कांग्रेस की ओर से देश के प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह को अपने ही अंदाज में श्रद्धांजलि अर्पित कर उन्होंने जता दिया कि सम्मान राजनीति से ऊपर उठकर होता है। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के साथ ही राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मायावती ने भी पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह के निधन पर शोक जताया है।
उधर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए मनमोहन सिंह को सत्य के प्रतीक और सौम्य व्यक्तित्व बताते हुए एक अपूरणीय अंतरराष्ट्रीय क्षति बताया है। बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने मनमोहन सिंह के भारत की आर्थिक प्रगति में उल्लेखनीय योगदान और उनके सदाचारी स्वभाव की तारीफ करते हुए कहा कि उन्हें हमेशा याद रखा जाएगा।