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बुद्ध पूर्णिमा पर गोरौल के प्राचीन बुद्ध मंदिर में पूजा-अर्चना

 संरक्षण की उठी मांग

मोहन कुमार सुधांशु, वैशाली।

बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर वैशाली जिले के गोरौल प्रखंड अंतर्गत महमदपुर पोझा पंचायत स्थित प्राचीन बुद्ध मंदिर में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भगवान बुद्ध के दर्शन किए और पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया।

स्थानीय मान्यता के अनुसार, इस स्थान पर वर्षों पूर्व भगवान बुद्ध की एक प्राचीन मूर्ति ज़मीन से प्राप्त हुई थी। ग्रामीणों के सहयोग से उसी स्थल पर एक मंदिर का निर्माण किया गया, जिसकी मरम्मत और सौंदर्यीकरण वर्ष 2002 में बुद्ध मिशन ऑफ इंडिया द्वारा कराई गई थी।

स्थानीय जनप्रतिनिधि प्रमुख मुन्ना कुमार, मुखिया विकास कुमार, पूर्व मुखिया रामकरण राय सहित अन्य ग्रामीणों ने चिंता जताते हुए कहा कि इस ऐतिहासिक धरोहर की ओर न तो सरकार ने ध्यान दिया और न ही पर्यटन विभाग ने कोई प्रयास किया।

ग्रामीणों का कहना है कि मूर्ति की सुरक्षा के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे चोरों की नज़र लगातार इस प्राचीन मूर्ति पर बनी रहती है। हालांकि अब तक मूर्ति की चोरी असफल रही है, जिसे लोग एक चमत्कार मानते हैं।

स्थानीय लोगों का मानना है कि यदि इस स्थल पर विधिवत खुदाई की जाए तो भगवान बुद्ध से जुड़ी और भी महत्वपूर्ण ऐतिहासिक जानकारियां सामने आ सकती हैं। फिलहाल देखरेख के अभाव में यह मंदिर खंडहर में तब्दील होता जा रहा है।

वैशाली जिला वैसे भी भगवान बुद्ध की कर्मभूमि के रूप में प्रसिद्ध है, ऐसे में स्थानीय लोगों ने इस स्थल के संरक्षण एवं विकास की मांग सरकार एवं संबंधित विभागों से की है।

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